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क्या है गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का मूड- किस करवट बैठेगा ऊंट

गोटेगांव विधानसभा पर एक नजर
किस करवट बैठेगा विधानसभा चुनाव का ऊंट
न्यूज़ एक्सप्रेस 18 ब्यूरो- 1 नवंबर 1956 को मध्य प्रदेश की स्थापना हुई थी तब से अब तक 14 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं जिसमें नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव विधानसभा सीट पर 9 बार कांग्रेश 3 बार बीजेपी व दो बार अन्य पार्टियों ने जीत दर्ज की है, नरसिंहपुर विधानसभ  सीट पर भी 9 बार कांग्रेस तीन बार बीजेपी और दो बार अन्य पार्टियों ने जीत दर्ज की है, वहीं गाडरवारा विधानसभा सीट की बात करें तो 6 बार कांग्रेस 5 बार बीजेपी वहीं दो बार अन्य दलों ने जीती है, वही तेंदूखेड़ा विधानसभा सीट दो बार कांग्रेश और एक बार बीजेपी ने जीती।
     गोटेगांव विधानसभा सीट की बात करें तो पिछला विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉ कैलाश जाटव ने 20171 मतों के अंतर से जीता था, 2013 विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी डॉक्टर कैलाश जाटव को 74759 मत प्राप्त हुए थे वहीं कांग्रेस प्रत्याशी नर्मदा प्रसाद प्रजापति को 54788 मत प्राप्त हुए थे।
     नरसिंहपुर विधानसभा सीट पर वर्तमान राज्य मंत्री जालम सिंह पटेल ने कांग्रेस प्रत्याशी सुनील जायसवाल पर 48481 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी, बीजेपी के पटेल को 89921 मत प्राप्त हुए थे, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी को 41440 मत ही प्राप्त हुए थे।
     गाडरवारा विधानसभा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी गोविंद सिंह पटेल एवं निर्दलीय प्रत्याशी सुनीता पटेल के बीच सीधी टक्कर देखने को मिली थी, हालांकि गोविंद सिंह पटेल 25313 मतों के अंतर से चुनाव जीतने में सफल रहे थे, बीजेपी प्रत्याशी गोविंद पटेल को 61202 मत प्राप्त हुए थे जबकि निर्दलीय प्रत्याशी सुनीता पटेल को 35889 मत मिले थे।
    नरसिंहपुर जिले की चौथी विधानसभा सीट तेंदूखेड़ा पर बीजेपी प्रत्याशी संजय शर्मा ने कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र ढिमोले को 44602 मतों के अंतर से पराजित किया था, बीजेपी प्रत्याशी शर्मा को 81938 मत प्राप्त हुए थे वहीं कांग्रेस प्रत्याशी ढिमोले को 37336 मत प्राप्त हुए थे।
     अब बात करते हैं गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र की जहां बीजेपी प्रत्याशी कैलाश जाटव की राहें आसान नहीं नजर आ रही हैं विगत दिवस मध्य प्रदेश भाजपा के चुनाव प्रभारी राजेंद्र फड़के का गोटेगांव आगमन हुआ चुनाव प्रभारी की उपस्थिति में भाजपा कार्यकर्ताओं ने वर्तमान विधायक कैलाश जाटव के खिलाफ नारेबाजी की कार्यकर्ताओं का कहना था कि विधायक महोदय कांग्रेस की मानसिकता रखते हैं और कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं करते जिसके चलते कार्यकर्ताओं में आक्रोश है।
     वहीं क्षेत्र की जनता भी वर्तमान बीजेपी विधायक से काफी नाराज है गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र के कई गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, जैसे मुद्दे वर्तमान विधायक की जीत में रोड़ा साबित हो सकते हैं,  गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र के कई गांव रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद कर रहे हैं कई गांव के निवासियों ने तो गांव के पहुंच मार्ग पर बैनर भी लगा दिए हैं  की रोड नहीं तो वोट नहीं
     गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र  मैं चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में विधानसभा चुनाव के लिए कई दावेदार उभर कर सामने आ रहे हैं, बीजेपी की ओर से वर्तमान विधायक कैलाश जाटव, पूर्व विधायक हाकम सिंह चढ़ार, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष महेंद्र नागेश, शोभाराम दोहैया, आदि के नाम प्रमुख है, टिकट की चाह रखने वालों में कांग्रेसियों की भी काफी लंबी फेहरिस्त है जिनमें पूर्व विधायक और मध्य प्रदेश शासन में रहे ऊर्जा मंत्री नर्मदा प्रसाद प्रजापति, हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक शेखर चौधरी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य रह चुकी पार्वती लोचन सिलावट, मधु चौधरी, महेश कोरी, देवस चौधरी, दीनू छिरा, डालचंद चौधरी, सहित लंबी फेहरिस्त है, अब देखना होगा कि दोनों पार्टियां किसे तरजीह देती है,  हालांकि बीजेपी की ओर से वर्तमान विधायक डॉक्टर कैलाश जाटव का पलड़ा भारी नजर आता है, वहीं कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक नर्मदा प्रसाद प्रजापति की दावेदारी प्रबल नजर आ रही है।

     मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के इतिहास मैं गोटेगांव विधानसभा सीट किसी भी पार्टी का प्रत्याशी लगातार दो बार जीत दर्ज नहीं कर सका है क्या यह मिथक वर्तमान विधायक कैलाश जाटव तोड़ पाएंगे यह आने वाला समय ही बताएगा। 

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