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90 एकड़ में फैला तालाब अस्तित्व खोने की कगार पर, गंदगी और अतिक्रमण का फैला साम्राज्य


रायसेन/देवरी:-27 मार्च 2022 (राजेश रघुवंशी)- कुआं बावड़ी तालाब आदि की साफ सफाई के लिए शासन द्वारा बाकायदा फण्ड मुहैया कराया जाता है, लेकिन निचले स्तर पर अधिकारियों की हीलाहवाली के चलते कार्य नहीं हो पाते।
इसका एक जीता जागता उदाहरण रायसेन जिले की नवीन नगर पंचायत देवरी में देखने को मिला, जहां 90 एकड़ में फैला तालाब आपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।
पिछले कई बर्षों से नगर का कचरा इसी तालाब में डाला जा रहा है, साथ ही नगर की नालियों का गंदा पानी इसी तालाब में छोड़ा जाता है जिससे तमाम तरह की बीमारियां जन्म ले रहीं है।
बताया जाता है कि पहले मछुआ समुदाय के लोग इसमें मछली पालन के साथ साथ सिंघाड़े की खेती भी किया करते थे, वहीं ग्राम के मवेशी भी इसी तालाब का पानी पीते थे, लेकिन अब इसका पानी गंदा और बदबूदार होने से इंसान तो क्या जानबर भी इससे दूर भाग रहे हैं।
तालाब की दुर्दशा को सुधारने अब ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर इसकी सफाई का जिम्मा उठाया है।
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार प्रशासन को इस बाबत अवगत कराया लेकिन प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी।
ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी समस्या से अवगत कराया, लेकिन किसी नेता ने इस और ध्यान नहीं दिया, तालाब के चारों ओर अतिक्रमण हो रहा है, लेकिन प्रशासन आंखों पर पट्टी बांध मूकदर्शक बना बैठा है और किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है।
इसके पूर्व जब देवरी ग्रामपंचायत हुआ करती थी, तब भी ग्रामीणों ने पंचायत से साफ सफाई के लिए आग्रह किया था लेकिन तब के सरपंच ने तालाब की सफाई के लिए मद नहीं होने की बात कर मामला रफादफा कर दिया था।

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