होशंगाबाद/ बाबई - लॉक डाउन बना सब्जी उत्पादन करने वाले किसानों के गले की हड्डी, खराब हो गए लाखों के कद्दू
बाबई - (प्रवीण शर्मा) - :- होशंगाबाद जिले की बाबई तहसील के तवा नदी किनारे बसे लगभग एक दर्जन गांव के कद्दू, तरबूज व सब्जी उत्पादन करने वाले किसानों को नोबल कोरोना कोबिड -19 के दौरान लगा लॉकडाउन बर्बादी का कारण बन चुका है ।
किसानों ने सालाना खोट पर जमीन लेकर कद्दू सब्जी उत्पादन में हजारों की लागत लगा दी और लाकडाउन के कारण परिवहन नहीं हो सका जिससे बड़ी मात्रा में कद्दू खराब हो गये हैं । इस कारण किसान बुरी तरह बर्बादी की कगार पर आ गए हैं ।
विगत दिवस को दोपहर जब छोटी बालाभेंट में कीर समाज के 9 किसानों ने जो अपना हाल वयां किया वह किसी बर्बादी की कहानी से कम नहीं है । यहां के पूर्व सरपंच मिश्रीलाल कीर व धन सिंह क़ीर ने बर्बादी की दास्तां बताते हुए कहा कि लगभग 9 लोगों ने 25 से 30 एकड़ कृषि भूमि सालाना खोट (सिकमी) पर 30 हजार एकड़ के हिसाब से ली जिसमें कद्दू लगाए गए थे परन्तु परिवहन के साधनों के अभाव में सारी फसल अब खराब हो रही है, और इनकी करुण पुकार सुनने वाला कोई नहीं है.
किसानों ने सालाना खोट पर जमीन लेकर कद्दू सब्जी उत्पादन में हजारों की लागत लगा दी और लाकडाउन के कारण परिवहन नहीं हो सका जिससे बड़ी मात्रा में कद्दू खराब हो गये हैं । इस कारण किसान बुरी तरह बर्बादी की कगार पर आ गए हैं ।
विगत दिवस को दोपहर जब छोटी बालाभेंट में कीर समाज के 9 किसानों ने जो अपना हाल वयां किया वह किसी बर्बादी की कहानी से कम नहीं है । यहां के पूर्व सरपंच मिश्रीलाल कीर व धन सिंह क़ीर ने बर्बादी की दास्तां बताते हुए कहा कि लगभग 9 लोगों ने 25 से 30 एकड़ कृषि भूमि सालाना खोट (सिकमी) पर 30 हजार एकड़ के हिसाब से ली जिसमें कद्दू लगाए गए थे परन्तु परिवहन के साधनों के अभाव में सारी फसल अब खराब हो रही है, और इनकी करुण पुकार सुनने वाला कोई नहीं है.
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