मणिशंकर की कांग्रेस में वापसी पीएम मोदी और पिछड़े वर्ग का अपमान-बीजेपी
बीजेपी हेडक्वाटर में की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबित पात्रा ने मणिशंकर अय्यर पर भी सीधे हमले किए और कहा कि यह वही मणिशंकर हैं जिनकी फेवरेट जगह पाकिस्तान है और वो पाकिस्तान के हमदर्द है
नई दिल्ली: पीएम मोदी को लेकर अपने अपमानजनक बोल के बाद नौ महीने पहले कांग्रेस से निलंबत किए मणिशंकर अय्यर की पार्टी में दोबारा वापसी पर बीजेपी ने सवाल खड़ा किया है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि निलंबन की वापसी पीएम मोदी और पूरे पिछड़े वर्ग का अपमान है. उन्होंने इसपर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से जवाब मांगा है.संबित पात्रा ने मणिशंकर अय्यर की वापसी पर सीधे कांग्रेस अध्यक्ष को घेरा और कहा कि राहुल गाँधी के कहने पर जिस तरह से उनकी पार्टी में दोबारा वापसी हुई है, उनका निलंबन रद्द किया गया है. ये चिंता का विषय है. संबित पात्रा ने पिछड़ा कार्ड खेलते हुए कहा, "मोदी को लेकर मणिशंकर ने जो कुछ कहा था कि वो एक टिप्पणी नहीं थी, न ही सिर्फ एक प्रधानमंत्री की बेइज्जती थी. बल्कि वो एक जातिवादी टिप्पणी थी. जो शख्स पिछड़ा है और उस व्यक्ति को, प्रधानमंत्री को, जो गरीब है, आप उसे कहते हैं कि आप नीच आदमी हैं तो स्वाभाविक रूप से ये पूरे पिछड़े वर्ग के लिए एक गाली है."
बीजेपी हेडक्वाटर में की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबित पात्रा ने मणिशंकर अय्यर पर भी सीधे हमले किए और कहा कि यह वही मणिशंकर हैं जिनकी फेवरेट जगह पाकिस्तान है और वो पाकिस्तान से हमदर्दी रखते हैं. संबित पात्रा ने मणिशंकर के 2014 के उस बयान की भी याद दिलाई, जब चुनाव प्रचार के दौरान मणिशंकर ने कहा था कि एक चायवाला इस देश का पीएम नहीं बन सकता. संबित ने कहा कि ये वही मणिशंकर अय्यर हैं जिन्होंने 2013 में मोदी जी को सांप और बिच्छू कहा था.
आपको बता दें कि पिछले साल गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर 'नीच किस्म का आदमी' वाली विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया गया था.
क्या था पूरा विवाद?
गुजरात विधानसभा चुनाव से चंद दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर का उद्घाटन किया था. इस मौके पर बिना नाम लिए पीएम मोदी ने नेहरु-गांधी परिवार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा, ‘’एक परिवार को आगे ले जाने के लिए राष्ट्र निर्माण में बाबा साहेब के योगदान को दबाया गया.’’ साथ ही पीएम मोदी ने राहुल पर भी तंज कसा और कहा, ''पहले पार्टियां बाबा साहेब के नाम पर वोट मांगती थीं, अब बाबा भोलेनाथ याद आते हैं.''
पीएम के बयान पर मणिशंकर का जवाब, कहा- नीच
पीएम मोदी के इस संबोधन से मणिशंकर अय्यर गुस्से में आ गए और वो जवाबी हमले में विवादत बोल बोल गए. उन्होंने ने कहा था, ''अंबेडकर जी की जो सबसे बड़ी ख्वाहिश थी उसे साकार करने में एक व्यक्ति का सबसे बड़ा योगदान था और उनका नाम था जवाहर लाल नेहरू. अब इस परिवार के बारे में गंदी बातें कहें और वो भी जबकि अंबेडकर जी याद एक बहुत बड़ी इमारतद का उद्घाटन हो रहा है. मुझे लगता है ये आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी है. इसमें कोई सभ्यता नहीं है, ऐसे मौके पर इस प्रकार की राजनीति क्या आवश्यकता है.''
पीएम मोदी ने मणिशंकर ऐसे दिया था जवाब
मणिशंकर के इस बयान पर पीएम मोदी ने सूरत रैली में निशाना साधा था. मणिशंकर अय्यर के बयान पर गुजरात प्रचार के आखिरी दिन सूरत में पीएम मोदी ने जमकर हमला किया. उन्होंने मणिशंकर अय्यर के बयान को गुजरात का अपमान बताया. उन्होंने कहा, "ऊंच-नीच इस देश के संस्कार नहीं हैं, मुगल संस्कार वालों को मेरे जैसे का अच्छा कपड़ा पहनना सहन नहीं होता. मैं भले नीच जाति का हूं लेकिन काम ऊंचे किये हैं.'' राहुल गांधी की नाराजगी के बाद मणिशंकर अय्यर ने अपने बयान पर खेद व्यक्त किया था. हालांकि, तब उन्हें तुरंत कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था.
कोई टिप्पणी नहीं