Breaking News

केरल में वारिस एवं बाढ़ से अब तक 370 लोगों की मौत, लाखों लोग बेघर, सैकड़ों लापता,

तिरुवनंतपुर- केरल में भारी बारिश और बाढ़ से मची तबाही के चलते रविवार को दो और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों की संख्या बढक़र 370 हो गई है। बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित अलाप्पुझा, एर्नाकुलम और त्रिशूर में बचाव कार्य जारी है। बाढ का असर रविवार को कम होता दिख रहा है। इसका मुख्य कारण शुक्रवार से बारिश का कम होना है।
इस बाढ और भूस्खलन के कारण कई लोग गायब हैं और फसले खराब हो गई।
     वेटिकन सिटी से पोप फ्रांसिस ने केरल में बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मदद व एकजुटता दिखाने का आह्वान किया।
     केरल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 38,000 से अधिक लोगों को बचाया गया और निकाला गया। 23,000 से अधिक लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है। भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा 3,00,000 खाद्य पैकेट की आपूर्ति की गई है
जम्मू एवं कश्मीर सरकार ने मदद के लिए दो करोड़ रुपये की राहत राशि की घोषणा की।
केरल में पश्चिमी रेलवे ने बाढ से प्रभावित लोगों के लिए जल विशेष ट्रेन में नौ लाख लीटर पीने योग्य पानी भेजा है।
      आईएडीएमके सांसद और विधायक एक माह का वेतन बाढ राहत में देंगे। तमिलनाडू के मुख्यमंत्री ने की घोषणा।
मणिपुर सरकार सीएमडीआरएफ के लिए दो करोड की सहायता देगी।
     केरल में बारिश की तीव्रता पिछले दो दिनों में घट गई है, मौसम विभाग ने कहा कि राज्य में अगले चार दिनों के लिए भारी वर्षा की कोई चेतावनी नहीं है।
राहत शिविरों में लगभग सात लाख लोग आए 
     मुख्यमंत्री ने घोषणा कि नाव वालों को ईंधन के साथ तीन हजार रोजाना देने की घोषणा की है। जो बचाव में शामिल हुए हैं। मछली पकडने वाली नौकाओं को मुआवजा दिया जाएगा।
बीमारी फैलने का खतरा
     इन शिविरों में ठहरे लोगों में बीमारियों के शिकार होने का खतरा बना हुआ है। क्योंकि ठहरे हुए पानी में बदबू जबरदस्त आ रही है। स्वास्थ्य विभाग प्रदूषित जल और वायु से पैदा होने वाली बीमारियों के खतरे से निपटने की तैयारी में जुटा हुआ है। क्योंकि यहां बीमारी फैल गई तो निपटने में काफी परेशानी का सामना करना पडेगा। यहां फैलने वाली बीमारी महामारी का रूप धारण कर लेगी। पड़ोसी राज्यों की मेडिकल टीमें जल्द ही पहुंच जाएंगी।
     अधिकारियों ने इन तीन जिलों में जारी किए गए रेड अलर्ट को वापस ले लिया है और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को अपने पूर्वानुमान में राज्य के कुछ जिलों में सामान्य बारिश होने की बात कही है। सर्वाधिक प्रभावित स्थानों जहां लोग पिछले तीन दिनों से भोजन या पानी के बिना फंसे हुए हैं, उनमें चेंगन्नूर, पांडलम, तिरुवल्ला और पथानामथिट्टा जिले के कई इलाके, एर्नाकुलम में अलुवा, अंगमाली और पारावुर में शामिल हैं। 

कोई टिप्पणी नहीं