पत्रकारों पर हमला, झूठी एफ.आई.आर. के विरोध में कार्रवाई की मांग, पुलिस अधीक्षक की सौंपा ज्ञापन
नरसिंहपुर/गोटेगांव:- (मोहन सिंह राजपूत)- नरसिंहपुर पत्रकार सालिकराम राजपूत सहित जिले के अन्य पत्रकारों ने राज्यपाल एवं पुलिस अधीक्षक नरसिंहपुर को ज्ञापन सौंपकर पत्रकारों पर हुए हमले और षड्यंत्रपूर्वक दर्ज की गई झूठी एफ.आई.आर. की जांच की मांग करते हुए नरसिंहपुर पुलिस अधीक्षक को राज्यपाल जे नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि दिनांक 15 अक्टूबर 2025 को थाना कोतवाली नरसिंहपुर के सामने रोशनी लोधी नामक महिला ने अपनी महिला साथियों के साथ सालिकराम राजपूत पर हमला किया, उनके कपड़े फाड़े और बाद में थाने में झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि पत्रकारों ने उनसे 20 हजार रुपये की मांग की थी, और पैसे नहीं देने के कारण वीडियो वायरल किया। जबकि पत्रकारों का कहना है कि उन्होंने केवल निष्पक्ष रूप से समाचार प्रकाशित किया था।
पत्रकारों ने यह भी आरोप लगाया कि यह पूरा प्रकरण द्वेष भावना और षड्यंत्रपूर्वक रचा गया है ताकि पत्रकारों की आवाज दबाई जा सके। पत्रकारों ने मांग की है कि झूठी एफ.आई.आर. को निरस्त किया जाए तथा दोषियों पर एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) के तहत कार्रवाई की जाए। पत्रकारों ने बताया कि इससे पहले भी संयुक्त पत्रकार मोर्चा द्वारा पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया था, जिसमें नर्मदापुरम सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधियों ने कार्यवाही का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। आवेदन में यह भी कहा गया है कि पत्रकार अक्सर भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करते हैं, जिससे उन्हें लगातार जान का खतरा बना रहता है। इसलिए पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने और उनकी शिकायतों पर 15 दिनों के भीतर कार्रवाई की जानकारी देने का प्रावधान किया जाए।
पत्रकारों ने प्रशासन से मांग की है कि घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए, मोबाइल लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखे जाएँ। ज्ञापन में कहा गया है कि यदि तीन दिवस के भीतर जांच प्रारंभ नहीं की गई तो पत्रकार साथी धरना-प्रदर्शन करने को विवश होंगे। जिसकी जबाबदारी जिला प्रशासन की होंगी। ज्ञापन सोपने वाले पत्रकारों में मंजीत छावडा. विमल बानगत्री अभयहिंदुस्तानी, रोहित रजक सहित दर्जनों पत्रकार मौजूद रहे।


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