पंचायत भवन में आए दिन लटकता रहता है ताला, ब्लॉक का चक्कर लगा रहे ग्रामीण
नरसिंहपुर/गोटेगांव:-26 फरवरी 2023 (आशीष दुबे)- पंचायतों में पंचायत भवनों के अपनी मर्जी से खुलने एवं अपनी मर्जी से बंद होने से ग्रामीण परेशान हैं। मामला जनपद पंचायत गोटेगांव के सूरवरी पंचायत का है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम में बनया गया पंचायत भवन आए दिन बंद रहता है। जिसके कारण छोटे - छोटे कार्यों के लिए उन्हें भटकना पड़ता है। ग्राम पंचायतों का लेखा-जोखा तैयार करना और ग्राम स्तर पर ही निपटारा करना होता है। इसके अलावा परिवार रजिस्टर की नकल, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करवाना, जॉबकार्ड के अलावा अन्य कई कार्य इनको करना है।
ग्रामवासी पंचायत भवन न खुलने पर सीधे ब्लॉक जाते हैं। ब्लॉक से उनको वापस कर दिया जाता है। पंचायती राज व्यवस्था में जहां जिला पंचायत, जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायतों को नियमित शासकीय अवकाश को छोड़कर कार्यालय खोलने का प्रावधान है। प्रत्येक ग्राम पंचायतों में ग्राम सेवक, मनरेगा सहित अनेक कार्य संचालित होते हैं। ग्रामीणों को भी छोटी-छोटी अनेक प्रकार की समस्याएं होती है।
पंचायत भवन में जानकारी प्रदर्शित नहीं की जाती:-
पंचायत भवन में किसी तरह की कोई जानकारी प्रदर्शित नहीं की गई है, पीएम आवास को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण ग्राम पंचायत में पहुंच रहे हैं। जिसमें उन्हें रोजगार सहायक व सचिव द्वारा सूचियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही हैं। वहीं सूचियों का प्रदर्शन भी नहीं किया जा रहा है।
अधिकारियों के आगमन के समय ही बैनर पोस्टरों का इस्तेमाल किया जाता है:-
जनपद पंचायत गोटेगांव के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सूरवारी के पंचायत भवन में लटकते ताले सचिवों की लापरवाही को लगातार उजागर कर रहे हैं। उनकी लापरवाही से सरकारी योजनाएं कमरे में कैद हैं। ग्रामीणों को शासन की योजनाओं की जानकारी एवं उनका लाभ नही मिल पाने से वे असमंजस की स्थिति में है। ग्राम बासियों ने बताया है कि वे सचिव से मिलने लगातार कई दिन पंचायत के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन मुख्यालय पर सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, नहीं मिल रहे हैं। एक ग्रामीण कहते है कि प्रमाणीकरण व अन्य कार्यों के लिए पिछले कई दिन से पंचायत भवन के चक्कर लगा रहा हूं लेकिन सचिव ना तो फोन उठा रहे और ना ही मुख्यालय पर आकर पंचायत भवन में बैठते हैं, जिससे हमारे काम प्रभावित हो रहे हैं।
मप्र सरकार द्वारा अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं पंचायत स्तर पर क्रियान्वित की जा रही है लेकिन पंचायत सचिव लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिससे पंचायत के पात्र हितग्राहीयों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
इनका कहना है कि:-
सूरवारी में बासपानी सचिव और रोजगार सहायक है, चार्ज में बैसे ऐसा हो नहीं सकता क्योंकि पंचायत भवन रोड पर ही है, मैं जब भी नरसिंहपुर जाती हूं तो विजिट करती हूं, गुदराई, सूरवारी, बेलखेड़ी मुझे कभी बंद नहीं मिला, और में दिखवा लेती हूं, उम्मीद कम है क्योकि में खुद विजिट करती हूं हफ्ते में दो दिन विजिट होती है।
वर्षा झारिया
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत गोटेगांव
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