Breaking News

हिंदू परिषद ने गौशाला संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने हेतु कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन


सरपंच सचिव जीआरएस शासन की योजनाओं को लगा रहे पलीता
गौवंश की रक्षा हेतु दोषियों पर हो गौहत्या अधिनियम व पशुक्रूरता का मामला दर्ज
नरसिंहपुर/श्रीधाम:- 28 मई 2021 न्यूज़ एक्सप्रेस18 - प्रदेश सरकार द्वारा आवारा पशुओं के सरंक्षण और सड़कों पर हो रही पशुओं की मौत पर लगाम लगाने हेतु ग्रामपंचायतों में गौशालाओं का निर्माण कराया गया है, लेकिन ग्रामपंचायत के कारिंदे शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना को पलीता लगाने में लगे हुए है।
     नरसिंहपुर जिले की बड़ी ग्रामपंचायतों में से एक ग्राम पंचायत बरहटा में स्थित गोपाल कृष्ण गौशाला में सरपंच सचिव जीआरएस की लापरवाही के चलते गौशाला में मूक पशुओं की असमय दर्दनाक मौतें हो रही हैं।
     ग्रामपंचायत के कारिंदों की इसी लापरवाही के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नरसिंहपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा, ज्ञापन में कहा गया है कि ग्रामपंचायत सरपंच चांदनी कोरी, सचिव देवेंद्र विश्वकर्मा, जीआरएस राज किशोर नामदेव के खिलाफ गौ हत्या अधिनियम एवं पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्यवाही की जाए।
     ग्रामीणों ने विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को जब गौशाला में वेजुबान पशुओं की मौत की जानकारी दी तो उन्होंने गौशाला पहुंचकर सारे मामले की सच्चाई को जाना और मामले में संज्ञान लेते सरपंच, सचिव, जीआरएस, के खिलाफ मामला दर्ज करने हेतु ज्ञापन सौंपा।
शासन द्वारा गौशाला के निर्माण कराए जाने के उपरांत गौ माताओं की सुरक्षा व देखभाल के लिए ग्राम पंचायत को लगातार पैसा उपलब्ध कराया जा रहा है, इसके बावजूद भी सरपंच सचिव जीआरएस द्वारा गौ माताओं की सुचारू रूप से देखभाल नहीं किए जाने के कारण भूख प्यास से तड़प तड़प कर असमय गौ माता काल के गाल में समा रही है।
इतना ही नहीं संचालकों द्वारा क्रूरता की सारी सीमाएं तब पार कर दी गई जबकि उन्हें जानकारी थी कि गौशाला परिसर में पूज्य कहीं जाने वाली गौ माता मौजूद है, उसके बावजूद भी गौशाला के मुख्यगेट पर ताला लगाकर असहाय लाचार बेबस मूक गौ माताओ को भूखा प्यासा बंदकर उन्हें मरने के लिए अपने हाल पर छोड़ दिया गया।
ऐसी भीषण गर्मी में भूखी प्यासी रहकर गौमाताऐ तड़प तड़प कर असमय दम तोड़ती रहीं, और ग्रामपंचायत ने उनकी शुध तक नहीं ली।
     हिंदू परिषद व बजरंगदल कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि शासन द्वारा हिंदू धर्म में पूजनीय मानी जाने वाली गौ माता की देखरेख के लिए ग्राम पंचायत को भरपूर राशि उपलब्ध कराई जा रही है, लेकिन सरपंच सचिव जीआरएस द्वारा उस राशि का गौ माताओं की देखरेख में सदुपयोग ना करके घोर भ्रष्टाचार करके सारी राशि का गोलमाल किया जा रहा है।
जबकि पंचायत सरपंच श्रीमती चांदनी पवन कोरी, सचिव देवेंद्र विश्वकर्मा, जीआरएस राजकिशोर नामदेव का नैतिक दायित्व बनता है कि शासन द्वारा भेजी गई राशि का गौ वंश की देखरेख में उचित इस्तेमाल कर उन्हें समय समय पर चारा पानी के साथ साथ बीमार होने पर उचित उपचार उपलब्ध कराया जाना चाहिए था, लेकिन इनके द्वारा उन्हें भूखा प्यासा रखकर बीमार हालत में गौशाला परिसर में छोड़कर गेट पर ताला लगाकर असमय मरने छोड़ दिया जाता है, जो पशु क्रूरता की श्रेणी में आता है, जो दंडनीय अपराध है।
इतना ही नहीं शासन द्वारा ग्रामवासियों को शासन की योजनाओं का लाभ देने के लिए भेजी गई राशि में भी घोर अनियमितताओं के साथ साथ भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
ग्राम एवं गौ हित में सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए ऐसे सरपंच, सचिव, जीआरएस के खिलाफ गौ हत्या अधिनियम एवं पशु क्रूरता अधिनियम के तहत जिम्मेदार ठहराते हुए एफआईआर दर्जकर पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच किए जाना न्यायोचित होगा, ताकि भविष्य में तहसील क्षेत्र में बनी हुई अन्य गौशालाओं में रह रही गौ माताओं के साथ ऐसा अमानवीय कूरतापूर्ण कृत्य होने से बचाया जा सके।
अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर महोदय से तत्काल पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार व अनियमितताओं की जांचकर दोषियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज किए जाने की मांग की है, क्योंकि ऐसे भ्रष्टाचार में लिप्त जनप्रतिनिधियों व सचिव जीआरएस को विभागीय अधिकारी कर्मचारियों का वरद हस्त प्राप्त होता है, जिसकी वजह से मामले की लीपापोती कर दी जाती है, अतःकलेक्टर महोदय स्वयं ही अपनी निगरानी में भ्रष्टाचार में डूबी हुई इस पंचायत की जांच कराएं, तभी सच्चाई का खुलासा हो सकेगा, वरना मामला दबा दिये जाने से शासन की राशि का दुरुपयोग होने के साथ-साथ भ्रष्टाचार करने वालों के हौसले बुलंद होने के कारण खुलेआम शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की धज्जियां उड़ा कर लाखों का चूना लगाया जाता रहेगा।
इस संबंध में पूर्व चौकीदार बारेलाल ठाकुर ने कार्यकर्ताओं को बताया कि लगभग 3 माह से गौशाला पूर्णता बंद पड़ी हुई है, जबकि गौशाला के अंदर परिसर में गौ माता रह रही हैं, सरपंच, सचिव, जीआरएस की लापरवाही व अनदेखी के कारण भूखी प्यासी गौ माता बीमार होकर दम तोड़कर वहीं पर सडगल रही है, फिर भी इनके द्वारा कोई उचित व्यवस्था देखरेख नहीं की जा रही थी, हमारी पूज्य गौ माताऐ बंद गौशाला के अंदर तड़प तड़पकर मर रही थी हम अपनी गौ माताओं को ऐसे मरते हुए नहीं देख सकते थे।
ज्ञापन सौंपकर एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग करने वालों में रोहित तिवारी, राजकुमार दुबे, प्रियांशु तिवारी, अखिलेश मेहरा, नयन शर्मा, गोलूखत्री, शिवम पाठक, शुभम मिश्रा सहित अनेक कार्यकर्ता व सदस्यगण उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं