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लोग लापरवाह, प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान- क्या ऐसे भागेगा कोरोना


रायसेन/उदयपुरा:- 08 मई 2021 (डालचंद लोधी)- एक ओर जहां पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है, हॉस्पिटल में बेड नहीं है, तो कहीं ऑक्सीजन की किल्लत है, ऐसे में लोग परेशान होते नजर आ रहे हैं।
क्षेत्र में लगातार कोरोना संक्रमण फैल रहा है, और अब तो ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना वायरस का असर देखने को मिल रहा है, बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन के जिम्मेदार लापरवाही बरत रहे है।
आलम यह है कि रायसेन जिले की जनपद पंचायत उदयपुरा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत नया खेड़ा में ग्रामीण इकट्ठे होकर समूह में बैठे नजर आ रहे हैं।
इनको ना समाज की ना देश की, ना ही ग्राम की और ना ही अपने परिवार की चिंता है, यह तो बस अपनी मस्ती में चूर है।
इन्हें कोरोना वायरस का कोई डर नहीं है, ग्राम में दुकानें धड़ल्ले से खुल रही हैं, ग्राम में बाहरी व्यक्तियों के आने पर भी कोई रोक-टोक नहीं है।
ग्राम पंचायत नया खेड़ा यह एक ऐसी पंचायत है जहां जब चाहे बाहरी व्यक्ति आ जा सकते हैं, कोई रोकने टोकने वाला नहीं है।
जबकि जिला कलेक्टर ने जनपद अधिकारियों, पटवारी, तहसीलदार को आदेशित किया है, कि हर पंचायत का दौरा कर लोगों को समझाया जाए, लेकिन ग्राम पंचायत नया खेड़ा में अभी तक इन अधिकारियों के दर्शन नहीं हुए।
ग्राम पंचायत भी अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से नहीं निभा रही है, सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक सचिव, आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं चौकीदार भी लोगों को जागरूक करने में असमर्थ रहे हैं।
ग्रामपंचायत की जिम्मेवारी बनती है कि लोगों को समझाए की दो गज की दूरी और मास्क जरूरी है, लेकिन पंचायत ऐसा करने में विफल नजर आ रही है।
ग्राम में हर चौराहो तथा दुकानों के सामने लोग झुंड बनाकर बैठते हैं, ना सोशल डिस्टेंस का पालन हो रहा है, और ना ही कोई मास्क का प्रयोग कर रहा है।
ग्राम के सरपंच, सचिव, जीआरएस तथा चौकीदार की अनदेखी, कहीं इस ग्राम पर भारी ना पड़ जाए।
ग्राम में बाहर मजदूरी करने गए अठारह से बीस मजदूर भोपाल एवं मंडीदीप आदि जगह से आए हैं, ना उनका चेकअप हुआ ना ही इन व्यक्तियों की कॉरेन्टीन की व्यवस्था पंचायत द्वारा की गई।
हालांकि पंचायत द्वारा शासकीय प्राथमिक शाला नया खेड़ा में कॉरेन्टीन सेंटर बनाया गया है, लेकिन बाहर से आए किसी भी व्यक्तियों को उसमें कॉरेन्टीन नहीं किया गया।
ग्राम में ना तो सैनिटाइजर का छिड़काव हुआ है ना ही माक्स बांटे गए हैं।
ग्राम में हाथ ठेलों पर सब्जी बेचने वाले, भिक्षा मांगने वाले बाहरी व्यक्तियों का आना-जाना हर रोज लगा रहता है, लेकिन इनको रोकने टोकने वाला कोई नहीं है।
ग्राम पंचायत नया खेड़ा में ताश के 52 पत्तों का खेल हर मोहल्ले के चौराहों पर जगह जगह होता देखा जा सकता है, लोग झुंड बनाकर खेल खेलते हैं, ना मार्क्स लगाते हैं ना सोशल डिस्टेंस का पालन करते हैं, इन पर अंकुश लगाने वाला कोई नहीं है।
ग्राम में बहुत से ऐसे लोग हैं जो सर्दी खांसी से पीड़ित है, लेकिन इनका न तो चेकअप हो रहा है ना ही पंचायत इनकी और ध्यान दे रही है।
इतने बड़े ग्राम में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही लोगों की जान पर बन सकती है, ऐसे में जिला प्रशासन को इस और ध्यान देने की आवश्यकता है।

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