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उदयपुरा विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत मोहड़ कला में हो रहा जमकर भ्रष्टाचार, प्रशासन को नहीं खबर


रायसेन/उदयपुरा:- 11 अप्रैल 2021 (संवाददाता डालचंद लोधी की रिपोर्ट)- मध्यप्रदेश में ग्राम पंचायतों में कितना भ्रष्टाचार होता है इसकी समीक्षा अगर सरकार कर ले तो आंखें फटी की फटी रह जाएंगी।
सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक सचिव के साथ प्रेरक में जितनी दम है, उतनी दम से पैसा खा रहे हैं, और गांव को खोखला बना रहे हैं।
खबर मध्य प्रदेश के राय सेन जिले से है, जहां की उदयपुरा विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत मोहड़ कला में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है।
यहाँ के नुमाइंदे ग्रामीणों से सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के एवज में मोटी रकम बसूलते है, यहां विकास सिर्फ कागजों पर ही दौड़ता है।
ग्रामीण बताते हैं कि पंचायत के नुमाइंदे कहते हैं कि हम मिल बांट कर खाते हैं, ऊपर तक पैसा देते है, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
पंचायत की मनमानी से परेशान ग्रामीणों ने अब बगावत शुरू कर दी है।
ग्रामीण कहते हैं कि ग्राम सरपंच आराधना दीक्षित, पंचायत सचिव राकेश हरदौलिया, और रोजगार सहायक सचिव यशवंत लोधी ने इस गांव के विकास को ही डकार लिया, सारी सड़कें पचा गए, शौचालय खा गए साथ में कोरोना मदद राशि भी डकार गए, लेकिन इनका पेट नहीं भरा, और अब गरीबों का हक छीनने में लगे हैं।
आलम यह है कि गांव में हर जगह गंदी है, कीचड़ से सड़कें भरी पड़ी हैं।
कुछ गरीबों का कहना है कि रिश्वत लिए बिना ना तो राशन कार्ड बनते हैं ना ही पात्रता पर्ची देते है, यहां तक कि परिवार सूची में नाम जोड़ने के भी पैसे लिए जाते है।
जिले में ऐसी कई ग्रामपंचायत है जहां विकास सिर्फ कागजों पर ही चल रहा है, ग्राम विकास के लिये शासन द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि की बंदरबाट पंचायत के नुमाइंदों द्वारा बड़ी चतुराई से की जा रहा है, प्रशासन को इस और ध्यान देने की आवश्यकता है।
लेकिन अब जनता जागरूक हो चुकी है, और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने लगी है, लेकिन ऊपर बैठे सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत के चलते ऐसे भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही होना मुश्किल लगता है।
ग्राम की बल्लो बाई नौरिया कहती है कि राशन बनाने के लिये सहायक सचिव यशवंत लोधी ने 5000 रुपये लिए हैं लेकिन अभी तक ना राशन कार्ड मिला ना ही पात्रता पर्ची मिली।
दामोदर लोधी ने बताया कि पंचायत सचिव राकेश हरदौलिया ने राशन कार्ड के लिए 1000 रुपये लेकर हमारा राशन कार्ड बनाया है, उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव राकेश हरदौलिया ने कहा कि ₹1000 लगेंगे इसी में से चाय पानी का खर्च तहसीलदार साहब को देना पड़ता हैं।
मुन्ना लाल नौरिया ने कहा कि हमारी बच्ची का समग्र आईडी में नाम जोड़ने के लिए सहायक सचिव यशवंत लोधी ने 100 रुपये लिए तब आईडी में नाम जोड़ा गया।
ग्राम के धनराज ने कहा कि सहायक सचिव यशवंत लोधी ने राशन कार्ड के लिए ₹3000 की मांग की है सचिव कहते हैं कि पैसे नहीं तो राशन कार्ड नहीं, पैसा दोगे तब राशन कार्ड बनाया जाएगा।
ग्रामीण इसकी शिकायत करें तो कहां करें, कार्य पंचायत कार्यालय में अधिकारियों के नाम और मोबाइल नंबर तो लिखे हैं, लेकिन वह भी गलत लिखे हैं जहां जिला कलेक्टर का मोबाइल नंबर 9 अंकों का लिखा गया है।
ऐसा नहीं है कि ग्राम पंचायत मोहद कला में हो रहे भ्रष्टाचार की जानकारी आला अधिकारियों को नहीं है, लेकिन इनपर कोई कार्यवाही नहीं होना कई बड़े सवाल खड़े करता है।
अब देखना होगा कि मीडिया में खबर आने के बाद प्रशासन कोई कार्यवाही करता है या नहीं।

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