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विश्व कल्याण की भावना को लेकर किया जा रहा श्रीमद् भागवत कथा आयोजन, 21 दिसम्बर को समापन


रायसेन/उदयपुरा:- 19 दिसम्बर 2020 (डालचंद लोधी)-
सनातन संस्कृति में आस्था रखने वाले लोगों में भागवत कथा का अपना अलग ही महत्व है, आज भी लोग भागवत कथा बड़े ही भक्ति भाव से सुनते है, लोग मानते हैं कि भागवत कथा सुनने से भगवान श्रोताओं के सभी प्रकार के कष्ट दूर करते हैं।

इसी विश्वास के साथ राय सेन जिले की उदयपुरा जनपद के अंतर्गत आने वाले ग्राम नयाखेड़ा में संगीतमय भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है।

लोगों को विश्वास है कि प्रभु विश्व में व्याप्त कोरोना महामारी से जल्द ही उबार कर लोगों को इस संकट से मुक्ति दिलाएंगे।

मां नर्मदा की सद प्रेरणा से, विश्व कल्याण की भावना को लेकर कराई जा रही श्रीमद् भागवत कथा की शुरुआत 15 दिसम्बर से हुई, जिसका समापन 21 दिसम्बर को होगा।

पूर्व सरपंच तुलसीराम मुकद्दम के निवास पर आयोजित भागवत कथा, दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक, आचार्य पंडित श्री प्रदीप शुक्ला जी के श्री मुख से श्रीमद् भागवत पुराण कथा का रसपान कराया जा रहा है।

आचार्य पंडित श्री प्रदीप शुक्ला ने बताया की भागवत के करवाने और श्रवण करने के अनंत महत्व हैं, जो जिस भावना से यह कथा करवाता है, और श्रवण करता है, उसको वैसा ही फल प्राप्त होता है।

आचार्य धर्मेंद्र गोस्वामी ने बताया कि पूर्व काल से ही हमारे ऋषि-मुनियों और संतों ने कई राजाओं को सात दिवस में भागवत कथा श्रवण कराकर मुक्ति दिलाई है, जिसमें महाराज परीक्षित, धुंधकारी आदि की कथा प्रसिद्ध है, जिस कारण से यह भागवत कथा 7 दिन में सुनाई जाती है, और इसका 7 दिन का ही महत्व है।

भागवत कथा के रूप में भगवान की महिमा सुनने नयाखेड़ा ही नहीं आस पास के गांव के लोग बड़ी संख्या में आ रहे हैं, और भागवत कथा का रसपान कर रहे हैं।

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