शासकीय महाविद्यालय तेंदूखेड़ा में विसंगतियों का अंबार, समय पर नहीं आते अधिकारी और व्याख्याता
शासकीय महाविद्यालय अपने मनमानी पूर्ण गतिविधियों के लिये चर्चित है, और सारी हदे पार कर चुका है।
महाविद्यालय के औचक निरीक्षण के दौरान अनुविभागीय अधिकारी आर एस राजपूत को गंभीर अनियमितताएं देखने को मिली।
जिसे लेकर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही हेतु कलेक्टर महोदय के साथ साथ उच्च शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को प्रतिवेदन भेजा जा रहा है।
शनिवार को बरसते पानी और नालो से पैदल निकलकर किये गये इस औचक निरीक्षण के दौरान जहां महाविद्यालय में पदस्थ आधे से अधिक अधिकारी और व्याख्याता अतिथि विद्ववान नदारत पाये गये। वही मात्र कर्मचारी ही पूर्व की भांति मौके पर मिले।
अनुपस्थित पाए जाने पर अनुविभागीय अधिकारी आर एस राजपूत ने जब निरीक्षण और उपस्थिति पंजी मांगी तो कर्मचारियों द्वारा चाॅबी न होने का हवाला दिया गया।
इस पर आपत्ति दर्ज करते हुये तत्काल सादे कागज पर पंचनामा बनाकर, बस्तुस्थिति का उल्लेख करते हुये, उपस्थित जनों के हस्ताक्षर लेकर पंचनामा बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराने के साथ दण्डात्मक कार्यवाही किये जाने की अनुसंशा की गई है।
ज्ञातव्य हो कि अनुविभागीय अधिकारी अनेको बार औचक निरीक्षण के दौरान इस महाविद्यालय में पहुंचे है, और उन्हे हर बार अलग अलग विसंगति पूर्ण गतिविधियां ही देखने को मिली है।
बच्चो के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़
तेंदूखेड़ा क्षेत्र के बच्चो को शासकीय उच्च शिक्षा के मामले में गंभीर परिस्थितियों से जूझना पड़ रहा है। केवल कहने को महाविद्यालय खोला गया है, बाकी उच्च शिक्षा के नाम पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ही हो रहा है।
स्थानीय अतिथि शिक्षकों के माध्यम से इन छात्रों को शिक्षा ग्रहण करा दी जाती है। वहीं छात्रों को उनकी रूचि के अनुसार विषय पढ़ने को भी नहीं मिल पा रहे है।
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