होशंगाबाद (शेख़ जावेद) - श्रद्धांजलि - युगों तक याद रहेंगे, प्रणव मुखर्जी
*प्रणब मुखर्जी * श्रद्धांजलि
11 दिसंबर 1935 को भारत के 13वें राष्ट्रपति रह चुके प्रणव कुमार मुखर्जी का जन्म हुआ था |इन्होंने भारत के राष्ट्रपति रक्षा मंत्री वित्त मंत्री एवं विदेश मंत्री के रूप में अपना योगदान दिया |इससे पहले प्रणब मुखर्जी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी रहे हैं | प्रणब दा के पिता कांग्रेस पार्टी के सक्रिय सदस्य थे। प्रणब मुखर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय से इतिहास और राजनीति विज्ञान में एमए के साथ साथ कानून की डिग्री भी हासिल की | प्रणब मुखर्जी ने अपने करियर की शुरुआत 1969 के राज्यसभा चुनाव से की किंतु 1984 इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ एक नई राजनीतिक पार्टी की शुरुआत की | हालांकि 3 साल बाद पी.वी नरसिम्हा राव की सरकार बनने के उपरांत वह वापस कांग्रेस में आ गए| प्रणव मुखर्जी को 26 जनवरी 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।उन्हें सन् 2008 के दौरान सार्वजनिक मामलों में उनके योगदान के लिए भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से भी नवाजा गया। यूरोमनी पत्रिका के एक सर्वेक्षण में उनका विश्व के सबसे अच्छे वित्त मंत्री के रूप में मूल्यांकन किया है।
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