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होशंगाबाद - २१ जून को लगेगा इस वर्ष का प्रथम सूर्यग्रहण



होशंगाबाद - (मनमोहन राजपूत) - सूर्य ग्रहण - 21 जून 2020 (संवत् 2077) 21 जून 2020 संवत 2077 आषाढ़ अमावस्या रविवार को कंकड़ अर्थात् चूड़ामणि सूर्य ग्रहण रहेगा जो कि सम्पूर्ण भारत के साथ-साथ पूर्वी अफ्रीका, मध्य पूर्व एशिया, मध्य एशिया, जापान, चीन, पाकिस्तान, रूस एवं हिंद महासागर में दिखाई देगा । ग्रहण का सूतक 12 घंटे पूर्व प्रारंभ होगा ।

                       पृथ्वी पर ग्रहण स्पर्श सुबह 09:15:58 पर, ग्रहण मध्य 12:11:12 और मोक्ष 15:04:45 पर होगा। भोपाल में ग्रहण स्पर्श सुबह 10:14, मध्य 11:57 मि., मोक्ष 13:47 मि. पर होगा । यह ग्रहण लगभग 5 घंटे 48 मि. का होगा । सूर्य ग्रहण लगभग 99.4% रहेगा । यह चूड़ामणि सूर्य ग्रहण 2 नक्षत्र मृगशिरा एवं आर्द्रा, 2 तिथि अमावस्या एवं प्रथमा, 2 योग गंड एवं वृद्धि में पड़ रहा है ।

                        ग्रहण कुंडली में ग्रहण मध्य में कन्या लग्न उदित रहेगी तथा शनि, गुरू, शुक्र, बुध के साथ प्लूटो की वक्री रहेंगे । जो कि विश्व परिदृश्य में अच्छे संकेत नहीं है । अगस्त एवं सितम्बर में ग्रहण का असर उच्चतम होगा ।
ग्रहण फल

प्रकृति :- एक तरफ जल तो दूसरी तरफ अग्नि तांडव, तूफान, सुनामी, भूकंप, ज्वालामुखी, भीषण दुर्घटनाएं, विमान दुर्घटना, हिमालय क्षेत्र में बड़े स्तर के भूकंप की आशंका, फसलें प्रभावित, उल्कापिंड।

राजनैतिक :- कई देशों के बीच सीमा विवाद, चीन, भारत, पाक, नेपाल युद्ध भय, सीमा भेदन, कूटनीतिक तनाव । तीसरे विश्व युद्ध के बीज रोपित होंगे, साम्यवादी सरकारें एवं सोच कमजोर पड़ेगी । कोरिया में युद्ध । अग्नि भड़क सकती है । न्यू वर्ल्ड ऑडर वाला दशक प्रारंभ होगा । दिसंबर 2020 तक भारत पड़ोसी देशों से परेशान रहेगा, परंतु माकूल जवाब देता रहेगा। भारत में किसी बड़े राजनैतिक दल के बड़े नेता की हत्या/मृत्यु लम्बी गंभीर बीमारी द्वारा नेतृत्व भंग योग बन रहा है । संसार में युवा आक्रोशित होगा,


                                 जनता द्वारा सरकारों का सामूहिक विरोध प्रदर्शन, सांप्रदायिक हिंसा, सरकारों की कमियाँ निकलाने विरोधियों द्वारा षडयंत्र तथा जनता का उन षडयंत्रों पर विश्वास करके सरकार का विरोध अविवेक पूर्ण एवं अनियंत्रित होकर करना सीमाओं पर सेनाओं की हलचल तेज होगी। बड़े नेता/राष्ट्र/सी.एम. की मोनोपॉली पर खतरा संभव ।।

अर्थव्यवस्था :- विश्व अर्थव्यवस्था खतरे में, बेरोजगारी में वृद्धि, खाद्यान्न मंहगे, तेल, घी मंदे । बैंकों पर बोझ बढ़ेगा । भारत सरकार समेत कई राष्ट्रों में नए वित्तीय कानून सरकार ला सकती है ।

सामाजिक :- शक्तिशाली महिला प्रभावित, राजा (सी.एम.) वरिष्ठ (बुजुर्ग) महिलायें, कला जगह से जुड़े लोग, अभिनेता, संगीतज्ञ, गायक, चिकित्सक सैनिक, व्यापारी, शिक्षक, कूरियर सर्विस, युवा वर्ग, फूड चैन वाले, मार्केटिंग,शस्त्रधारी, संचार क्षेत्र से संबंधित लोग सावधानी बरतें ।

 रोग :- पेट संबंधी रोग, नेत्रकष्ट, चर्मरोग, अवसाद (डिप्रेशन) मौसमी
महामारी, पानी के संक्रमण का अंदेशा, कोई अन्य जैविक बीमारी अथवा कुछ देशों में कोरोना की रिवर्स लहर आना ।

कोरोना :- कोरोना सितंबर के बाद नियंत्रण में आना शुरू होगा, दवा बनेगी परंतु कई चरणों में। भारत में कोरोना पीड़ितों की संख्या बड़े स्तर पर पहुंच सकती है, बड़ी संख्या में मृत्यु हो सकती है । अतः बहुत अधिक सावधानी | बरतना जरूरी है । दिसंबर 2020 से कोरोना का प्रभारी काफी कमजोर पड़ जाएगा।

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