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ट्रेन से आये 30 यात्रियों का नहीं हुआ चेकअप, गोटेगांव बीएमओ की बड़ी लापरवाही

नरसिंहपुर/गोटेगांव- 11 जून 2020 (आशीष दुबे)- हमेशा विवादों में रहने वाले गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ एवं उनका स्टाफ एक बार फिर विवादों की वजह से चर्चा में है।
कोरोना काल मे जहां एक और कई स्वास्थ्य कर्मी तालियां बटोर रहे हैं, फूल मालाओं से सम्मान किया जा रहा है, वहीं गोटेगांव के सरकारी डॉक्टर लापरवाही की वजह से सुर्खियों में है।
ताजा मामला विगत रात्रि में ट्रेन से भोपाल आदि स्थानों से आये यात्रियों के कोरोना टेस्ट का है।
ट्रेन से आए लगभग 30 यात्रियों का स्टेशन पर स्वास्थ्य चेकअप होना था, लेकिन डॉक्टर मौजूद नहीं होने से बिना चेकअप ही बाहर से आये यात्रियों को घर जाना पड़ा, ऐसे में यदि इनमें से कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित रहा और उसकी वजह से बीमारी फैली तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
दरअसल विगत रात्रि भोपाल, इटारसी आदि स्थानों से लगभग 30 यात्री गोटेगांव स्टेशन पहुंचे थे, रेल प्रबंधन द्वारा सभी यात्रियों को मेडिकल चेकअप के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया, लेकिन स्वास्थ्य केंद्र में कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं था।
बीएमओ से जब इस सम्बंध में बात की गई तो उन्होंने यह कहकर की दूसरे डॉक्टर देखेंगे अपना पल्ला झाड़ लिया, जब दूसरे डॉक्टर से बात की तो उन्होंने भी बीएमओ से चेकअप कराने की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर दी।
अब सवाल यह उठता है कि क्या ऐसे ही डॉक्टरों के भरोसे देश कोरोना से जंग जीत पायेगा।
इस सम्बंध में गोटेगांव एसडीएम निधि गोयल से बात की तो उन्होंने कहा कि इसमें जो भी ड्यूटी डॉक्टर थे उनकी लापरवाही साफ उजागर हो रही है, डॉक्टर को शो कास नोटिस जारी किया जा रहा है, जिसकी भी गलती होगी कार्यवाही की जाएगी।
     बहरहाल यात्री लगभग एक घंटे इंतजार करने के बाद रात्रि साढ़े दस बजे अपने घरों को बिना चेकअप के चले गए।

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