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गौकुम्भ: बारिश ने साधु-संतों को किया तरबदर, भजन गाकर जमकर थिरके

जबलपुर/ 03 मार्च 2020 (आशीष दुबे)- नर्मदा तट के ग्वारीघाट में नर्मदा गौ कुंभ का आयोजन किया जा रहा है। रविवार शाम अचानक ही संस्कारधानी जबलपुर में बारिश के बादल छाए। ये बादल कुछ देर बाद ऐसे बरसे की नर्मदा गौ कुंभ सहित समूचा जबलपुर पानी से तरबतर हो गया। लोग मान रहे थे कि यह मां नर्मदा का आशीर्वाद है जो कि इस मौसम में साधु संतों सहित भक्तों को मिल रहा है।
     जबलपुर के करीब 1 घंटे तक नर्मदा गौ कुम्भ के मौके पर बदरा जमकर बरसे। अचानक हुई बारिश से साधु संत जहां पानी से तरबतर हो गए तो वही श्रद्धालु भी मान रहे थे कि नर्मदा गौ कुंभ के मौके पर मां नर्मदा खुश हो गई हैं और अपना आशीर्वाद इस कुंभ के मेले में सभी भक्तों को दे रही है। बारिश के वावजूद गौभक्त पानी में भीगते हुए भजन कीर्तन करते हुए देखे गए।

जबलपुर गौकुंम्भ: सालों से एक पैर पर खडे है ये नागा बाबा
     जबलपुर में आयोजित हो रहे नर्मदा गौ कुंभ में आस्‍था के जनसैलाब के बीच बाबाओं की विविधता आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनी हुई है, बाबाओं के अलग-अलग रूप यहां आने वाले लोगों को देखने मिल रहे है, आलम ये है कि अजब बाबाओं को देखकर लोग हैरान हो रहे हैं, वही नर्मदा गौ कुंभ में इन के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद लेने श्रद्धालुओं की भीड़ उनके इर्द-गिर्द नजर आ रही है। नर्मदा गौ कुंभ मेले में खड़ेश्वरी बाबा काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं।
     इन बाबा की खास बात यह है कि यह बाबा सालों से अपने एक पैर पर खड़े होकर तपस्या कर रहे हैं… खड़ेश्वरी बाबा लगभग 8 साल से वह सिर्फ एक पैर पर इसी तरह खड़े हैं… वह खड़े होकर ही सोते हैं..और खाना भी इसी अवस्था में खाते हैं,और लोगो को आशीर्वाद भी इसी अवस्था मे देते है, खड़ेश्वरी बाबा की माने तो एक पैर पर खड़े होकर वह जगत के कल्याण के लिए तपस्या कर रहे है।नर्मदा गौ कुंभ मेले की दुनिया बाहर से जितनी विहंगम है, अन्दर से उतनी ही खूबसूरत, यही वजह है कि नर्मदा गौ कुंभ में साधु-सन्त जहां लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए है वही साधु सन्यासी भी लोगों को अध्यात्म का पाठ पढ़ाकर उनकी जिंदगी रोशन करने में लगे हैं।

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