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राम जन्मभूमि मर्यादा रक्षा महा सम्मेलन में जुटे देश भर के संत- मोदी सरकार की जमकर की आलोचना

परमहंसी-गोटेगांव/ 15 मार्च 2020 (मोहन सिंह राजपूत)- नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव के अंतर्गत आने वाले परमहंसी गंगा क्षेत्र में, जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के आव्हान पर, विशाल राम जन्मभूमि मर्यादा रक्षा सम्मेलन का आयोजन किया गया।
राम जन्मभूमि मर्यादा रक्षा महासम्मेलन में देशभर से हजारों की संख्या में संत महात्मा उपस्थित हुए।
संत महात्माओं ने राम मंदिर निर्माण हेतु सरकार द्वारा बनाए गए ट्रस्ट को अस्वीकार करते हुए मोदी सरकार की जमकर आलोचना की।
संत महात्माओं ने कहा कि मोदी सरकार भगवान राम को एक महापुरुष के रूप में प्रस्तुत कर रही है, जो सरासर गलत है।
संतों द्वारा भगवान राम के मंदिर निर्माण को लेकर उपस्थित जन समूह के समक्ष 15 प्रस्ताव रखे, जिन्हें लोगों ने दोनों हाथ उठाकर सर्वसम्मति से पारित किया, और जय श्री राम के नारे लगाए।
संतों ने एक सुर में मोदी सरकार की आलोचना करते हुए नरेंद्र मोदी को राम बिरोधी बताया, संत समाज का मानना है कि मोदी सरकार भगवान राम को एक महापुरुष के रूप में स्थापित करना चाह रही है, जो पूर्णतः गलत है।
संतों ने कहा कि एक तरफ अम्बेडकर का पुतला लगेगा दूसरी तरफ सरदार पटेल का पुतला लगेगा वहीं सरकार भगवान राम का पुतला लगाने जा रही है।
संतों ने कहा कि पुतला मृत व्यक्ति का बनता है, उन्होंने जनता से पूछा कि क्या भगवान राम मर गए हैं जो उनका पुतला बनाया जा रहा है।
संतों ने एक सुर में सरकार द्वारा बनाये जा रहे राम मंदिर को अस्वीकार करते हुए कहा कि हम पाप के पैसे से बनाये जा रहे मंदिर का वहिष्कार करते हैं।
राम रक्षा सम्मेलन में देश भर से आये संतों ने अपने विचार रखे।

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