गोटेगांव क्षेत्र में पर्याप्त बिजली न मिलने से किसानों की फसलें हो रही बर्बाद
समय पर बिजली नहीं मिलने से रबी की फसल बर्बाद होने की कगार पर है, विद्युत विभाग का बिजली सप्लाई को लेकर यही रवैया रहा तो इस साल किसानों को काफी नुकसान हो सकता है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार का एक साल पूरा होने को है लेकिन किसानों की स्थिति में अभी तक कोई सुधार नहीं आया है, इस साल किसानों पर पड़ी अतिवृष्टि की मार के बाद अब बिजली न मिलने से रबी की फसल पर भी खतरा मंडरा रहा है।
किसानों का कहना है कि चार से पांच घंटे ही बिजली मुहैया कराई जा रही है, जिससे रबी की फसल पानी नहीं मिलने के चलते खराब होने की कगार पर हैं।
गोटेगांव जनपद क्षेत्र में किसानों को सुचारू रूप से 10 घंटे बिजली आपूर्ति की आवश्यकता है, लेकिन मात्र चार से 5 घंटे ही बिजली मिल पा रही है।
जिससे खेती का काम प्रभावित हो रहा है, किसानों का कहना है कि चार से 5 घंटे की विद्युत सप्लाई में भी कई बार बिजली बंद की जाती है।
किसानों के खेतों में इस समय रबी की फसल में चना, मसूर, गेहूं और गन्ना की सिंचाई का अनुकूल समय चल रहा है, लेकिन बिजली के अभाव में समय पर फसलों को पानी मिल पाना संभव नहीं दिख रहा है।
किसानों की मांग है कि राज्य सरकार किसानों के लिए प्रतिदिन पन्द्रह से सोलह घंटे 3 फेस विद्युत आपूर्ति करे, जिससे रबी की फसल में समय पर सिंचाई की जा सके।
वहीं विद्युत विभाग के कनिष्ठ उपयंत्री का कहना है कि यह कृषि प्रधान क्षेत्र है, जिसके कारण ट्रांसफॉर्मर लोड नहीं उठा पा रहा, बार-बार ट्रिपिंग होती है. जिसके चलते विद्युत सप्लाई में समस्या हो रही है. शासन के निर्देश है कि किसानों को 10 घंटे विद्युत आपूर्ति दी जाए, लेकिन ट्रांसफॉर्मर में ओवरलोडिंग के चलते समस्या आ रही है।
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