Breaking News

तेंदूखेड़ा मिनी आईटीआई में 6 बर्ष से इंटरनेट सेवा बंद, छात्र हो रहे परेशान

ख़बर को न्यूज़ एक्सप्रेस18 यूट्यूब चैंनल पर देखने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें।
https://youtu.be/p34Lp6vyEj8
एक और सरकारें जहां डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया जैसे माध्यम से देश को डिजिटल बनाने की बातें करती हैं, सरकारों में बैठे नुमाइंदे देश में कंप्यूटर क्रान्ति लाने की बात करते हैं, वहीं सरकारों के ढीले रवैये की वजह से कई सरकारी योजनाएं महज दिखावा साबित हो रही है।
देश को डिजिटल बनाने के नाम पर जनता की मेहनत की कमाई के पैसे की बंदरबांट की जा रही है।
नरसिंहपुर जिले की तेंदूखेड़ा तहसील के अंतर्गत आने वाली शासकीय मिनी आईटीआई भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती दिखाई दे रही है।
यहां के छात्र बताते हैं कि आईटीआई में पिछले 6 वर्ष से इंटरनेट की व्यवस्था ही नहीं है।
बर्ष 1998 99 में 28 लाख की लागत से तेंदूखेड़ा में मिनी आईटीआई की आधारशिला रखी गई थी।लेकिन पर्याप्त सुविधाएं ना होने के कारण प्रशिक्षण संस्थान सिर्फ दिखावा साबित हो रहा है।
एक तरफ जहां शासन युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थाओं में ट्रेडों के माध्यम से प्रषिक्षण दिलाकर उन्हे तरह-तरह की योजनाओं का लाभ दिलाने की बात कर रही है।
वहीं तेंदूखेंड़ा में वर्ष 1998 99  में ट्राय सेंम योजना के तहत 28 लाख रूपये की लागत से निर्मित मिनी आईटीआई भगवान भरोसे चल रही हैं।
क्षेत्र के युवाओं को स्थानीय स्तर पर प्रषिक्षण न मिल पाने के कारण अन्य जिलों की आईटीआई में प्रषिक्षण लेना पड़ रहा हैं।
यहां पर कंप्यूटर विषय को लेकर 50 छात्र बीस से 50 किलोमीटर दूर से प्रषिक्षण लेने आते हैं।
लेकिन इन छात्रों को सीखने के नाम पर केवल पुस्तकीय ज्ञान ही प्राप्त हो पा रहा है, संस्था में स्टाॅप की कमी नहीं हैं, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समय पर उचित कदम ना उठाने से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं, जिसका खामियाजा युवाओं को उठाना पड़ रहा है।
संस्था मेें कुल 10 कम्प्यूटर हैं, लेकिन संस्था में इंटरनेट कनेकशन नहीं होने के कारण छात्र विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को सीखने से बंचित हैं।

कोई टिप्पणी नहीं