आवारा मवेशी कर रहे फसलों को बर्बाद प्रशासन नही दे रहा ध्यान
लेकिन सत्ता में आने के बाद सारे वादे भुला दिए जाते हैं, आज मध्य प्रदेश की जनता कमलनाथ सरकार से पूछ रही है। क्या हुआ तेरा वादा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव से पूर्व वादा किया था कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में आवारा मवेशियों की व्यवस्था हेतु गौशालाऐं बनाई जाएंगी, लेकिन 9 महीने बाद भी आज तक अपने वादे पर अमल नहीं किया है।
आवारा मवेशी अन्नदाता की फसलों को चौपट कर रहे हैं, गोटेगांव से लगे ग्राम पंचायत कंजई के किसान आवारा मवेशियों से काफी परेशान है, किसानों का कहना है कि हमारे क्षेत्र में लगभग 300 एकड़ में खड़ी फसलों को आवारा मवेशियों ने बर्बाद कर दिया है।
कंजई क्षेत्र में घूम रहे लगभग डेढ़ सौ से 200 आवारा मवेशी फसलों को तो खा ही रहे हैं साथ ही सड़कों पर दुर्घटनाओं का कारण भी बन रहे हैं।
किसानों का कहना है की प्राकृतिक आपदा अतिवृष्टि से आधे से ज्यादा फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, वही जो बची हैं, उन्हें आवारा मवेशी चट कर रहे हैं, प्रशासन सिर्फ मुनादी करके अपनी जवाबदारी पूर्ण कर लेता है।
शासन प्रशासन को चाहिए कि जिन मवेशी पालकों ने अपने पशुओं को आवारा छोड़ रखा है, उन पर सख्त कार्यवाही करें, वही कमलनाथ सरकार अपनी की गई घोषणा के अनुसार गौशाला बनाने का काम जल्द से जल्द प्रारंभ करें।
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