गन्ने के लाल सडऩ रोग के बचाव एवं उपचार के उपाय
गन्ने की लाल सडऩ रोग पत्तियों से लेकर गन्ने की भीतरी सतह तक आक्रमण करता है यह रोग फफूंदजनित होता है। इस रोग के कारण इसकी गुणवत्ता पर असर होता है तथा सामान्य फसल की तुलना में गन्ने का विकास भी कम होता है। इसके बचाव के लिये निम्न उपाय करें।
- रोग रोधी जातियाँ जैसे को.- 87025, को. जवाहर 86-600, को.-94012 तथा को. 91010 को ही लगायें।
- गडेरियों का बुआई पूर्व गर्म हवा से उपचार करें।
- रोग रहित खेत का गन्ना लगाने हेतु चयन करें।
- 1 गडेरियों का उपचार करने के पूर्व 10 ग्राम ट्राईकोडर्मा/ लीटर पानी के घोल में 10 मिनट तक डुबोकर करें।
- जड़ी फसल में पूरा-पूरा उर्वरक दें तथा उर्वरक संतुलित होना चाहिये।
- पत्तियों में रोग के लक्षण दिखने पर उन्हें तोड़कर नष्ट करें।
- जड़ी के बाद मरी (तीसरी फसल) कदापि नहीं लें।
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