धर्म से जागरण की और आध्यात्मिक चेतना का केंद्र होगा चातुर्मास का समागम
नरसिंहपुर/गोटेगांव:-26 जून 2025-नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव जहाँ एक ओर समय की गति तेज़ होती जा रही है, वहीं दूसरी ओर संत परंपरा और सनातन संस्कृति को सहेजने की अद्भुत पहल परमहंसी गंगा आश्रम, गोटेगांव से हो रही है। आगामी चातुर्मास्य व्रत अनुष्ठान 2025 के लिए गोटेगांव की भूमि फिर एक बार अध्यात्म और साधना की प्रमुख धारा का केंद्र बनने जा रही है। पूज्य जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज का पावन सान्निध्य इस वर्ष चातुर्मास में परमहंसी गंगा आश्रम को प्राप्त होने जा रहा है यह न केवल नगरवासियों के लिए सौभाग्य का क्षण है, बल्कि समस्त क्षेत्र की आध्यात्मिक ऊर्जा को जागृत करने वाला पर्व है। चातुर्मास आयोजन हेतु श्रीराम मंदिर प्रांगण में एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई, जिसमें संत, समाज और सत्ता — तीनों की सहभागिता देखने योग्य रही। गोटेगांव विधायक श्री महेंद्र नागेश जी ने स्वप्रेरणा से भाग लेते हुए कहा, धर्म केवल पूजा नहीं, दिशा है और जब दिशा सही हो, तो पूरा समाज पुनर्जीवित हो उठता है, बैठक की अध्यक्षता कर रहे पूज्य ब्रह्मचारी अचलानंद जी महाराज ने इसे "धर्म और सेवा का संगम" बताया। कार्यक्रम में आनंद तिवारी ‘अन्नू भैया’, अरविंद मिश्रा, युवा कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ श्रद्धालुओं ने अत्यंत समर्पण से भाग लिया। बैठक में सेवा समिति, आवास, भोजन, सुरक्षा, प्रचार और सत्संग व्यवस्था की रूपरेखा बनाई गई। यह भी निर्णय हुआ कि नगर की युवा शक्ति को इस आयोजन में विशेष भूमिका दी जाएगी।
*एक संत, एक स्थान, एक संकल्प*
यह चातुर्मास अब एक परंपरा नहीं, बल्कि संस्कारों की पुनर्स्थापना और धर्म की नवजागृति का माध्यम बनने जा रहा है। परमहंसी गंगा आश्रम की हर दीवार, हर पेड़, हर ध्वनि — इस आध्यात्मिक महाकुंभ की साक्षी बनेगी।
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