एक कि.मी. दूर से सिर पर पानी ढोने महिलाएं मजबूर, नलजल योजना की खुली पोल
रायसेन/देवरी:-16 जून 2023 (डालचंद लोधी)- ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है, रात्रि 2 बजे से महिलाओं की लगती है लाइन, पानी के लिए मची मारामारी।
मध्यप्रदेश सरकार को प्रदेश में शतप्रतिशत घरों में पीने के पानी की आपूर्ति के लिए चलाई गई नल जल योजना के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है, इसका मतलब यह निकलता है की सरकारी कागजों में मध्य प्रदेश के गांव से लेकर शहर तक हर घर में नल है और नल में जल है।
सीधी बात यह हैं कि सरकारी कागजों में मध्य प्रदेश के हर घर में पीने का पानी पहुंच रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है, रायसेन जिले की देवरी तहसील की ग्राम पंचायत बेरखेड़ी में ग्राम वासी पानी की एक एक बूंद को तरस रहे हैं, हालात यह है कि ग्राम मैं एक ही हैंडपंप है, वो भी गांव से लगभग 1 किलोमीटर दूर।
पानी के लिए जद्दोजहद ऐसी की महिलाएं रात में सो भी नहीं पाती, क्योंकि हैंडपंप पर लाइन लगाकर पानी भरना पड़ता है। महिलाएं रात्रि में हैंडपंप पर पहुंचकर अपनी बारी का इंतजार करती हैं, तब जाकर पानी मिलता है। पानी की जद्दोजहद में महिलाएं घर गृहस्ती के अन्य कार्य नहीं कर पाती।
लगभग 12 सौ आबादी वाले इस ग्राम में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है, कमाल की बात तो यह है कि ग्राम बेरखेड़ी में पानी की टंकी ही नहीं है, और ठेकेदार ने सड़क खोदकर पाइपलाइन बिछा दी वह भी आधी अधूरी पड़ी हुई है।
वाटर सप्लाई के लिए डलने वाली पाइप लाइन सड़कों के ऊपर पड़ी है, तथा नल कनेक्शन के लिए भी लाइन बिछाई गई है, जो अनुपयोगी साबित हो रही है, ग्रामीण कहते हैं कि जब पानी की टंकी ही नहीं तो पाइप में पानी कहाँ से आएगा।
ग्रामीणों ने बताया कि पाइप बिछाने का काम लगभग 6 महीने पहले किया गया था, लेकिन आज दिनांक तक कार्य पूरा नहीं हुआ, वहीं ठेकेदार बीच में ही काम अधूरा छोड़ कर भाग गया, सरपंच प्रतिनिधि कहते हैं कि ठेकेदार से कई बार संपर्क किया गया लेकिन सम्पर्क नहीं हुआ।
पाइपलाइन डालने के लिए जो सड़क खोदी गई थी जिसकी मरम्मत भी नहीं कि गई, जिसमें सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, गड्ढों से राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, बारिश का मौसम नजदीक है सड़क के गड्ढों से दुर्घटनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता।
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