Breaking News

धूमधाम से मना कजलियां पर्व, लोगों ने गले मिलकर दूर किये गिले शिकवे


रायसेन/उदयपुरा:- 23 अगस्त 2021 (डालचंद लोधी)- भारत देश त्योहारों का देश माना जाता है, हिन्दू सभ्यता में यहां आए दिन कोई न कोई त्यौहार आता ही रहता है, वैसे तो हिन्दू संस्कृति में कई त्यौहार है, लेकिन तीन त्यौहार लोग बड़े उत्साह से मनाते है, जिनमें प्रमुख होली, दीपावली और रक्षाबंधन का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
हाल ही में भाई बहिन के अटूट बंधन का त्यौहार रक्षाबंधन देश भर में मनाया गया, एक सप्ताह तक चलने वाले इस उत्सव में कजलियां पर्व का अपना अलग ही महत्व है।
ग्रामीण क्षेत्रों में लोग एक स्थान पर एकत्रित होकर कजलियों की पूजा अर्चना करते हैं, तत्पश्चात नर्मदा या किसी पवित्र नदी तालाब में कजलियों का विसर्जन किया जाता है।
विसर्जन के बाद ग्राम के मंदिरों में देवी देवताओं को कजलियां अर्पित की जाती है, और सुख शांति की कामना की जाती है।
राय सेन जिले की जनपद पंचायत उदयपुरा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत नयाखेड़ा में भी कजलियां उत्सव धूमधाम से मनाया गया।
गांव की महिलाएं अपने अपने घरों से कजलियां लेकर एक स्थान पर एकत्रित हुई, और गाते बजाते ढोल नगाड़ों के साथ नर्मदा नदी में कजलियां विसर्जित की।
घर घर में कजलियों की पूजन करने के बाद कजलियों को ग्राम पटेल राजेंद्र सिंह रघुवंशी के घर लाया गया, जहां पूजन के बाद विसर्जन किया गया।
कजलियां विसर्जन के बाद लोग एक दूसरे से कजलियां बदलते हैं, और गले मिलकर गिले शिकवे दूर करते हैं, साथ ही शोक संतप्त परिवारों में जाकर सान्त्वना देते है, बुजुर्ग बताते हैं कि यह परंपरा सदियों से चली आ रही है, हम भी उसी परम्परा का निर्वहन कर रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं