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खनिज विभाग की मौन स्वीकृति के चलते रेत का अवैध उत्खनन बदस्तूर जारी, प्रशासन की आंखों पर अंधत्व का चश्मा


रायसेन/उदयपुरा:- 05 जनवरी2021 (डालचंद लोधी)- नदियों से रेत सहित अन्य खनिज के अवैध उत्खनन एवं परिवहन को रोकने प्रशासन द्वारा राय सेन जिले के प्रमुख मार्गों पर चौकी बनाकर जांच और धड़पकड़ के लिए टीम बैठाई गई है।

प्रशासन की पकड़ से बचने के लिए रेत माफियाओं ने दूसरा रास्ता निकाल लिया, अब नर्मदा नदी से रेत का उत्खनन मशीनों से कम मजदूरों से ज्यादा कराया जा रहा है।

माफियाओं द्वारा रेत का परिवहन मुख्य मार्गों से ना कर उन गांव और रास्तों से किया जा रहा है, जिन पर जांच चौकी नहीं पड़ती। उदयपुरा क्षेत्र के सोकलपुर, रिछावर, नयाखेड़ा, पतई जैसे कई गांवो से आज भी हर दिन सैकड़ों ट्राली रेत की खुदाई और परिवहन जारी है।


प्रशासन की सख्ती का असर सिर्फ इतना ही हुआ है, कि यहां से हाइवा या डंफरों की जगह ट्रेक्टर ट्राली द्वारा ही रेत की ढुलाई की जा रही है।

ऐसा नहीं है कि खनिज विभाग को इसकी जानकारी नही है, लोगों की आंखों में धूल झोंककर अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधकर बैठे है।

प्रशासन की आँख के नीचे नयाखेड़ा, पतई, रिछावर, शोकलपुर के नर्मदा तटों पर प्रतिदिन ट्रेक्टर ट्रालियों की कतार लगी रहती है।

प्रशासन की सख्ती के बाद भी रेत माफिया दिन रात अवैध उत्खनन कर रहे है, और खनिज विभाग की मौन स्वीकृति के चलते देवरी क्षेत्र में अवैध उत्खनन नहीं रुक रहा है।

खनन माफियाओं द्वारा जहां मन चाहा वहां से रेत निकाली जा रही है, और नर्मदा घाटो मे रेत कारोबारियों का अवैध उत्खनन का कारोबार बेखौफ चल रहा है।

रेत माफियाओं के दौड़ते वाहनों से जहां एक और माँ नर्मदा का सीना छलनी हो रहा है, वहीं ग्राम पंचायत की सड़कें भी बर्बाद हो रहीं हैं।

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