अबैध खनन माफियाओं ने पूरा पहाड़ खोदकर बेच डाला, ग्राम पंचायत को नहीं खबर-नरसिंहपुर के श्रीनगर का मामला
नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव तहसील के अन्तर्गत आने वाली ग्राम पंचायत श्रीनगर के मोहासी टोला में, अबैध खनन माफियाओं द्वारा पूरा पहाड़ खोदकर बेच डाला, और ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव को इसकी भनक तक नहीं लगी।
अपनी ही ग्रामपंचायत क्षेत्र में इतना बड़ा उत्खनन हो जाये, और सरपंच सचिव को जानकारी न हो, ऐसा हो नही सकता, कहीं न कहीं इस मामले में सरपंच सचिव की मिलीभगत से इनकार नही किया जा सकता।
अबैध उत्खनन माफियाओं द्वारा हजारों डम्फर मुरम प्रशासन की नाक के नीचे खोदकर बेच दी गयी और प्रशासन आंखों पर पट्टी बांधकर हाथ पर हाथ रखे बैठा रहा।
अबैध उत्खनन माफियाओं द्वारा प्रशासन को करोड़ों का चूना लगाया जाता रहा और ग्राम पंचायत ने इसपर किसी प्रकार की रोक लगाने का प्रयास नहीं किया।
किसी भी बिभाग से अनुमति लिये बगैर खननकर्ता श्रीनगर के मुहासी टोला स्थित वनभूमि से बिना किसी लीज स्वीकृति के मुरम का अवैध खनन कर विक्रय करते रहे, और लाखों रुपए अपनी तिजोरियों में भरते रहे, परंतु किसी ने उन्हें रोकने का प्रयास नहीं किया।
वहीं ग्रामवासियों का कहना है कि विगत दो बर्षों से हजारों डम्फर मुरम खुलेआम निकाली गई, लेकिन किसी ने नहीं रोका।
ग्राम के सुधीर दुबे कहते है कि अबैध खनन माफिया यहां से लगातार अबैध खनन कर रहे है, और शासन को करोड़ों का चूना लगा रहे है।
जिस जगह मुरम का अबैध उत्खनन हुआ वहीं ग्राम पंचायत द्वारा गौशाला का निर्माण कराया जा रहा है।
मुख्य मार्ग से गौशाला तक जाने वाले मार्ग में भी, ग्राम पंचायत द्वारा बिना किसी अनुमति के यहीं से मुरम खोद कर सड़क बना दी गई।
ग्राम के ही आशीष तिवारी कहते है कि अबैध उत्खनन रोकने के लिए हमने उक्त खदान को लीज पर लेने आवेदन दिया है, यदि हमें लीज मिल जाती है तो इसका प्रशासन को भी लाभ होगा।
इस मामले में नरसिंहपुर कलेक्टर महोदय से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आपके द्वारा यह मामला संज्ञान मैं लाया गया है, जांच कर उसमें जो वैधानिक कार्यवाही होगी वह की जाएगी।
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