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वनों को बचाने नरसिहपुर डीएफओ के सामने नाचे शेर, दिया ज्ञापन

नरसिंहपुर डीएफओ ऑफिस के सामने पत्रकारों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा वनों की अवैध कटाई के विरोध में, एक दिवसीय सांकेतिक धरना देकर ज्ञापन सौंपा।
डीएफओ ऑफिस के सामने सांकेतिक मुद्रा में नाचे शेर
विधानसभा गोटेगांव के अंतर्गत आने वाले ग्राम बचई ,चीलाचौन, मुंगवानी आदि के जंगलों में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। जिसके कारण आए दिन सड़क दुर्घटनाओं मैं वन्यजीवों की मौत हो रही है।
वनों की अवैध कटाई एवं अवैध कब्जे से वनों का दायरा सिकुड़ता जा रहा है और वन्यजीव अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए रहवासी क्षेत्रों की ओर पलायन कर रहे हैं।
वन परिक्षेत्र के सिकुड़ने से वन्यजीव जंगलों से लगे गांव की ओर रुख करते हैं और नेशनल हाईवे के मुख्य सड़क पर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं, पिछले कुछ दिनों में चीता भालू जैसे जानवर सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए हैं
नेशनल हाईवे क्रमांक 26 पर पिछले दिनों एक माह में दो, तेन्दुओ की भी मौत हो चुकी है।
बचई, बावरिया, चीलाचोंन खुर्द, से लगी लगभग 300 एकड़ वन भूमि पर लगे जंगलों को माफियाओं ने काटकर खेत में तब्दील कर दिया, और उस भूमि पर कब्जा कर खेती कर रहे हैं।
इस संबंध में नरसिंहपुर कलेक्टर एवं वन विभाग को कई बार शिकायत प्रेषित की जा चुकी है, लेकिन अब तक वन एवं भू माफियाओं पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है, जिससे माफियाओं के हौसले बुलंद है।
वही आरोप लग रहे हैं कि इतने बड़े पैमाने पर वनों की कटाई एवं वन भूमि पर कब्जे के पीछे कहीं न कहीं अधिकारियों की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता।
इन्हीं वन परिक्षेत्रों के मध्य से निकलने वाली सींगरी नदी भी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है, इन सभी बातों को लेकर माननीय मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन एवं वन मंत्री के नाम पत्रकारों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा एक दिवसीय सांकेतिक धरना देकर ज्ञापन सौंपा।
तहसीलदार राजेश मरावी एवं गोटेगांव वन मंडल अधिकारी पीके खत्री धरना स्थल पर ज्ञापन लेने पहुंचे एवं जल्द कार्यवाही का भरोसा दिया।

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