हिंसा मुक्त प्रदर्शन की अपील के बावजूद उग्र हुआ मराठा आंदोलन
NE18- महाराष्ट्र में विभिन्न मराठा संगठनों ने मराठा समुदाय के लोगों को नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर हिंसा मुक्त बंद बुलाया और उसके लिए अपने समर्थकों से अपील की कि बंद के दौरान किसी भी तरह का हिंसक प्रदर्शन ना किया जाए लेकिन प्रदर्शनकारियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ और महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शनकारियों ने हिंसक गतिविधियों को अंजाम दिया प्रदर्शनकारियों ने कई जगह वाहनों में तोड़फोड़ की महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम ने राज्य के अधिकतर स्थानों पर प्रदर्शनकारियों के निशानों से बचने के लिए अपनी सेवाएं स्थगित कर दी थी जिस वजह से ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा वही मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे, मुंबई गोवा राजमार्ग, मुंबई नाशिक मार्ग भी अवरुद्ध कर दिया गया, मुंबई के ठाणे नवी मुंबई मैं केवल सांकेतिक प्रदर्शन देखे गए, बंद की शुरुआत शांतिपूर्ण तरीके से तो हुई लेकिन कुछ ही घंटों बाद हिंसा की खबरें आने लगी मराठा क्रांती मोर्चा सकाला मराठा समाज ने मराठा समुदाय को नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण देने की मांग को लेकर हिंसा मुक्त बंद तो बुलाया लेकिन उसे हिंसा से दूर नहीं रख सके प्रदर्शनकारियों ने उमरी रेलवे स्टेशन पर हमला किया और वहां तोड़फोड़ की, जिस वजह से लंबी दूरी की कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा एवं कई ट्रेन देरी से चली जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा पुणे के बारामती में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार के घर के सामने धरना दिया वहीं लातूर में कांग्रेस नेता त्रियांबक भिसे के वाहन पर पथराव किया और उनके साथ बदसलूकी भी की गई, प्रदर्शनकारियों के उपद्रव को देखते हुए नवी मुंबई पुणे कोल्हापुर सांगली औरंगाबाद उस्मानाबाद यवतमाल और अहमदनगर आदि में एहतियातन इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया, प्रदर्शनकारियों ने लातूर सोलापुर जालना हिंगोली अहमदनगर में सड़कों पर टायर जलाए कोल्हापुर पालघर और कई जगहों पर सड़कों को जाम कर दिया वही पुणे अहमदनगर वाशिम धुले बुलढाणा नांदेड अकोला द प्रभनी पूरी तरह से बंद रहे, सवाल यह उठता है की कानूनन 50 फीसद से ज्यादा किसी भी समुदाय को आरक्षण नहीं दिया जा सकता तो फिर मराठा समुदाय को किस आधार पर आरक्षण दिया जाएगा
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