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निःशक्त मतदाताओं को रेम्प, वील-चेयर, ब्रेललिपि की सुविधा उपलब्ध होगी

7 सितम्बर, 2018 को होगा मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन, मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के साथ सीईओ श्री कान्ताराव की बैठक सम्पन्न
NE18- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री वी.एल. कान्ताराव ने मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के साथ मतदाता सूची की द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण संबंधी बैठक में कहा कि भारत निर्वाचन आयोग निष्पक्ष, पारदर्शी, समावेशी और विश्वसनीय चुनाव कराने के लिए कृत-संकल्पित हैं। बैठक में मान्यता प्राप्त सात राजनैतिक दलों को मतदाता सूची की सॉफ्ट कॉपी उपलब्ध कराई गई एवं जिलों में भी राजनैतिक दलों को विधानसभावार मुद्रित प्रतियां उपलब्ध कराई गई हैं। इसके साथ ही 19 जनवरी, 2018 से 31 जुलाई 2018 के बीच मतदाता सूची में जो भी परिवर्तन हुये हैं, उसकी पूरक मतदाता सूची भी अलग से सभी राजनैतिक दलों को दी गई। सभी राजनैतिक दल 22 दिनों के अन्दर (21 अगस्त तक) मतदाता का नाम जोड़ने, हटाने, परिवर्तन करने के लिए आवेदन बी.एल.ओ. के पास जमा करवा सकते हैं। इसके बाद 27 सितम्बर 2018 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जायेगा।
    बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री संदीप यादव, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री लोकेश कुमार जाटव, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री एस.एस. बंसल और श्री राजेश कुमार कौल तथा मान्यता प्राप्त राजनैतिक दल तृणमूल कांग्रेस पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी, इंडियन नेशनल कांग्रेस और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
    सी.ई.ओ. श्री कान्ताराव ने कहा कि 30 जून 2018 तक 18 वर्ष की आयु पूर्ण किये सभी युवा मतदाताओं को इस बार मतदाता सूची में जोड़ने का काम किया गया है। लगभग 1 करोड़, 18 लाख घरों में सर्वे किया गया है, जिसमें 51 लाख आवेदन पत्र प्राप्त हुए, जिसमें लगभग 11 लाख 40 हजार नये मतदाता जोड़ने के आवेदन प्राप्त हुये हैं, लगभग 25 लाख आवेदन नाम हटाने के लिए प्राप्त हुए। शेष आवेदन नाम एवं स्थान परिवर्तन आदि के प्राप्त हुए। चुनाव आयोग द्वारा पात्र मतदाताओं को 100 प्रतिशत फोटो परिचय पत्र वितरित कर दिये गए हैं। सेवा मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 31 जनवरी 2018 को किया गया है, जिसमें 51 हजार 283 सेवा मतदाता सूची में दर्ज हैं। इन सभी को इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमिटेड पोस्टर बैलेट द्वारा मतदान करवाया जायेगा।
    सी.ई.ओ. श्री राव ने कहा है, कि दावे एवं आपत्ति के लिए चुनाव आयोग के पोर्टल www.nvsp.in पर भी ऑनलाईन आवेदन किया जा सकता है। द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के प्रारूप प्रकाशन के बाद निर्धारित अवधि में प्राप्त दावे-आपत्तियों की जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की वेबसाईट www.ceomadhyapradesh.nic.inपर प्रतिदिन देखी जा सकती है। मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण से पूर्व निर्वाचन 2013 की तुलना में 12 हजार 146 मतदान केन्द्र बढ़े हैं। इस वर्ष विधानसभा चुनाव में 65 हजार 340 मतदान केन्द्रों पर मतदान होगा। ग्रामीण क्षेत्र के लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र पर 1200 और शहरी क्षेत्र के लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र पर 1400 औसत मतदाता रखे गये हैं। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में मतदाताओं की संख्या के आधार पर इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक - 5 में अधिकतम मतदाता है, जिसमें 3 लाख 56 हजार 879 मतदाता हैं। शहडोल की कोतमा एक लाख 45 हजार 783 मतदाताओं वाला सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र है। बालाघाट की बैहर विधानसभा में 1000 पुरूषों की तुलना में 1008 महिला मतदाता हैं, जबकि भिण्ड की मेहगांव विधानसभा में 765 महिलाएँ और 1000 पुरूष पंजीकृत है।
    चुनाव आयोग ने सर्वे के दौरान ही 4 लाख 60 हजार निःशक्तजनों को चिन्हित कर लिया है, ताकि मतदान केन्द्रों पर उनकी आवश्यकता के अनुसार सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके। निःशक्तजन टोल फ्री नंबर 1950 अथवा जिला निर्वाचन अधिकारी ई.आर.ओ., ए.ई.आर.ओ., बी.एल.ओ. को भी फोन कर घर पहुँच सुविधा प्राप्त करवा सकता है। फोन करने पर बी.एल.ओ. निःशक्तजनों के निवास पर पहुँच कर उनकी आवश्यकतानुसार सुविधा उपलब्ध करवाएंगे।
    बैठक में राजनैतिक दलों ने भी अपने सुझाव प्रस्तुत किये। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री वी.एल. कान्ताराव ने कहा कि आपके सभी सुझावों को नोट कर चुनाव आयोग के निर्देशानुसार कार्यवाही की जाएगी। सी.ई.ओ. ने कहा कि मध्यप्रदेश में इस बार विधानसभा चुनाव में ई.वी.एम. एवं वी.वी.पेट मशीन का उपयोग होगा, जिसमें मतदाता द्वारा दिये गये वोट की पर्ची 7 सेकण्ड के लिए दिखेगी और फिर वह पर्ची मशीन में ही कट कर गिर जायेगी। इससे मतदाता ई.वी.एम. के बटन दबाने के बाद यह देखकर निश्चिंत होंगे कि जिस प्रत्याशी के चुनाव चिन्ह पर उन्होंने बटन दबाया है,उसी चुनाव चिन्ह की पर्ची वी.वी.पेट पर दिख रही है। सभी मतदान केन्द्रों पर निःशक्त मतदाताओं के लिये रेम्प, मतदान केन्द्रों पर समुचित प्रकाश, पेयजल, टॉयलेट छायादार बैठने की व्यवस्था, हैल्प डेस्क पर बी.एल.ओ. भी उपलब्ध रहेंगे।
    बैठक में सी.ई.ओ. श्री कान्ताराव ने बताया कि विगत विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार 28 लाख मतदाता बढ़े है। कुल 4 करोड़ 94 लाख 42 हजार मतदाता मतदान का प्रयोग करेंगे। बैठक में सी.ई.ओ. ने मीडिया सर्टिफिकेशन एवं मॉनिटिरिंग कमेटी, वी.वी.पेट का प्रचार-प्रसार, स्वीप गतिविधियों के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई। द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2018 के प्रारूप प्रकाशन की एकीकृत नामावली की सी.डी. के साथ निर्वाचन संबंधी निर्देशों की पुस्तकें, परिपत्रों की प्रतियाँ, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों की सूची और जिलों में द्वितीय पूरक सूची की मुद्रित प्रतियां उपलब्ध कराई गई हैं। बैठक के अंत में सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से ई.वी.एम. एवं वी.वी.पेट मशीन पर मतदान भी कराया गया।

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