ग्रामीण क्षेत्रों में परंपरागत तरीके से मनाई जाती है होली शोक संतप्त परिवारों के घर जाकर सांत्वना देते हैं लोग
रायसेन/उदयपुरा:- 30 मार्च 2021 (डालचंद लोधी)- विविधताओं से भरे भारत देश में त्योहारों का अपना अलग महत्व है।
हिन्दुओ के प्रमुख त्योहारों में होली का त्योहार अलग-अलग राज्यों में विविध प्रकार से मनाया जाता है, कहीं फूलों की होली होती है तो कहीं लोग एक दूसरे पर डंडे बरसाते हैं।
रायसेन जिले की जनपद पंचायत उदयपुरा की तहसील देवरी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत नया खेड़ा में परंपरागत तरीके से होली मनाई जाती है।
विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद ग्रामीणों द्वारा होलिका दहन किया जाता है, दूसरे दिन ग्रामीण एक जगह एकत्रित होकर ढोल नगाड़ों के साथ शोक संतप्त परिवारों के घर पहुंच कर उन्हें रंग गुलाल लगाकर सांत्वना देते हैं।
ग्रामीण कैलाश रघुवंशी बताते हैं कि होली हमारा प्राचीन त्यौहार है, हम प्राचीन संस्कृति के हिसाब से होली मनाते आ रहे हैं।
राघवेंद्र रघु ने कहा कि सरकार ने कोरोना के कारण जो गाइड लाइन जारी की है, उसी के हिसाब से हम होली मना रहे हैं।
पंडित हर्षवर्धन दुबे ने बताया कि भक्त पहलाद को जब होलिका ने आग में जलाने का प्रयास किया था, तब होलिका जल गई थी और पहलाद बच गए थे, उसी समय से यह प्रथा चली आ रही है, और परंपरागत तरीके से हम लोग होली मनाते आ रहे हैं।
वहीं युवाओं को संदेश देते हुए ग्राम पटेल चतुर नारायण रघुवंशी ने कहा कि हम लोग यही चाहते हैं कि युवा पीढ़ी पुरानी परंपरा का निर्वहन करें, बुजुर्गों से प्रेरणा लें और मिल जुलकर इसी तरह से होली का त्यौहार मनाते रहें।
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