प्रधानमंत्री आवास योजना की खुली पोल, बिना छप्पर के घर में रहने को मजबूर है मजदूर....
नरसिंहपुर/साईंखेड़ा:- 04 जनवरी2021 (सचिन जोशी)- नरसिंहपुर जिले की चर्चित नगर पंचायत साईंखेड़ा का मामला आया सामने, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शासन प्रशासन भले ही पानी की तरह धन बहा रहा हो, लेकिन कुछ भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों की वजह से गरीब आज भी खुली आंखों से विकास एवं अपने उत्थान को लेकर दिन में सपने देख रहे है, और वह अपनी मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है।
एक गरीब मजदूर अपने परिवार के साथ टूटे छप्पर के नीचे रहने को मजबूर है, यह जीता जागता उदाहरण नगर पंचायत साईंखेड़ा का है। गरीब परिवार के लोगों ने बताया कि हम आज भी टूटी फूटी झोपड़ी में अपने परिवार के साथ गुजर बसर कर रहे हैं, अधिकारियों के दफ्तरों की चक्कर लगाते लगाते हमारे पांव में छाले आ गए, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी, गरीबों का कहना है कि हम तो अपनी किस्मते है, हम गरीबों का कसूर सिर्फ इतना है कि हम गरीब है, स्वतंत्र भारत में जहां सबको एक समान रहने एवं मूलभूत सुविधाऐ प्राप्त करने का अधिकार है, वहीं हम गरीब अपनी गरीबी का दंश झेल रहे हैं।
वे कहते हैं कि हम गरीब है इसीलिए हमारी कोई नहीं सुनता है, साहब मेरे पास रिश्वत देने के लिए पैसा नही है इसलिए हम अपने टूटे झोपड़े मे ही अपनी जिन्दगी गुजर बसर कर रहे है, साहब सरकार की योजनाएं तो पैसे बालों के लिए ही बनी है मुझे ये अहसास हो गया।
गरीब परिवार के लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना एवं प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत योजना में बने शौचालयों मैं हुए भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
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