होशंगाबाद - कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं रोग प्रतिरोधक उपाय करें - आयुष अधिकारी
होशंगाबाद/05/अप्रैल/2020/-(अजयसिंह राजपूत)- आयुष अधिकारी व्यास ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपायों की जानकारी देते हुए बताया है कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के उपाय इस तरह है -
व्यक्तिगत साफ़ सफाई बनाए रखें।
साबुन और पानी से अपने हाथो को कम से कम 20 सेकेण्ड तक धोएं।
बिना धोए हाथों से अपनी आंखे, नाक और मुंह छूने से बचे।
बीमार होने पर घर में ही रहें। जो लोग बीमार है उनके निकट संपर्क से बचे।
संक्रमण से बचने के लिए सार्वजनिक स्थानो पर यात्रा करते समय या काम करते समय एन 95 मास्क का उपयोग करें।
सर्दी व खांसी के मरीज साफ सुथरा रूमाल रखे व रोज बदलें।
पानी खूब पिएं तथा पोस्टिक आहार का सेवन करें।
संतुलित पोषक आहार और जीवन शैली के माध्यम से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाएं।
खांसी व छींक आने पर मुंह व नाक को रूमाल या टीशू पेपर से ढंक लें।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के आयुर्वेदिक उपाय -
प्रतिदिन कम से कम 30 मिनिट योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान करें।
पूरे दिन केवल गर्म पानी पीएं।
च्यवनप्राश 10 ग्राम (1 चम्मच) सुबह ले। मधुमय के रोगी शुगर फ्री च्यवनप्राश लें।
तुलसी 3 से 5 पत्तियां (1 लीटर पानी में), दाल चीनी काली मिर्च्, शुंठी (सूखा अदरक) एवं मुनक्का से बनी हरबल टी / काढा दिन में 1 से 2 बार पिएं (स्वाद के अनुसार इसमें गुड या ताजा नींबू का रस मिला सकते है)
गोल्डन मिल्कत 150 मिली - गर्म दूध में आधा चम्मच, हल्दी् चूर्ण दिन में 1 से 2 बार लें।
हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालो का भोजन बनाने में प्रयोग करें।
त्रिकुट पाउडर 5 ग्राम, तुलसी 3 से 5 पत्तियां 1 लीटर पानी में डालकर उबालें, आधा रहने पर घूँट घूँट कर पिएं।
नाक के प्रत्येक नथूने में प्रतिदिन सुबह तिल का तेल उंगली से लगाएं।
व्यक्तिगत साफ़ सफाई बनाए रखें।
साबुन और पानी से अपने हाथो को कम से कम 20 सेकेण्ड तक धोएं।
बिना धोए हाथों से अपनी आंखे, नाक और मुंह छूने से बचे।
बीमार होने पर घर में ही रहें। जो लोग बीमार है उनके निकट संपर्क से बचे।
संक्रमण से बचने के लिए सार्वजनिक स्थानो पर यात्रा करते समय या काम करते समय एन 95 मास्क का उपयोग करें।
सर्दी व खांसी के मरीज साफ सुथरा रूमाल रखे व रोज बदलें।
पानी खूब पिएं तथा पोस्टिक आहार का सेवन करें।
संतुलित पोषक आहार और जीवन शैली के माध्यम से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाएं।
खांसी व छींक आने पर मुंह व नाक को रूमाल या टीशू पेपर से ढंक लें।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के आयुर्वेदिक उपाय -
प्रतिदिन कम से कम 30 मिनिट योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान करें।
पूरे दिन केवल गर्म पानी पीएं।
च्यवनप्राश 10 ग्राम (1 चम्मच) सुबह ले। मधुमय के रोगी शुगर फ्री च्यवनप्राश लें।
तुलसी 3 से 5 पत्तियां (1 लीटर पानी में), दाल चीनी काली मिर्च्, शुंठी (सूखा अदरक) एवं मुनक्का से बनी हरबल टी / काढा दिन में 1 से 2 बार पिएं (स्वाद के अनुसार इसमें गुड या ताजा नींबू का रस मिला सकते है)
गोल्डन मिल्कत 150 मिली - गर्म दूध में आधा चम्मच, हल्दी् चूर्ण दिन में 1 से 2 बार लें।
हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालो का भोजन बनाने में प्रयोग करें।
त्रिकुट पाउडर 5 ग्राम, तुलसी 3 से 5 पत्तियां 1 लीटर पानी में डालकर उबालें, आधा रहने पर घूँट घूँट कर पिएं।
नाक के प्रत्येक नथूने में प्रतिदिन सुबह तिल का तेल उंगली से लगाएं।
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