जैन मुनि तरुण सागर महाराज का निधन, देशभर में शोक की लहर
नई दिल्ली- पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे प्रसिद्ध जैन मुनि और राष्ट्र संत तरुण सागर महाराज का 51 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। मुनि लंबे समय से बीमार चल रहे थे। पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर इलाके में स्थित राधापुरी जैन मंदिर में सुबह करीब 3 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। शनिवार को ही गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित तरुणसागरम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक जताया है।
दरअसल, तरुण सागर जी को करीब तीन हफ्ते पहले पीलिया हो गया था। इसके बाद उन्हें यहां मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य सुधरता ना देख उन्होंने इलाज कराना बंद कर दिया था और चातुर्मास स्थल पर जाने का निर्णय लिया था। गुरुवार सुबह उनकी तबीयत बिगड़ी। इसके बाद उन्हें दोबारा अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद अपने गुरु पुष्पदंत सागर महाराज की स्वीकृति के बाद संलेखना (आहार-जल न लेना) लेने का फैसला किया था।इसके बाद से ही मुनिश्री तरुण सागर को देखने पांच जैन संत दिल्ली पहुंच रहे थे। इनमें सौभाग्य सागर महाराज भी शामिल रहे। पुष्पदंत सागर महाराज जो उनके गुरु बताए जाते हैं उन्होंने मुनिश्री की तबीयत खराब होने के संबंध में एक वीडियो मैसेज जारी किया था। वीडियो मैसेज के जरिए उन्होंने महाराज का समाधि महोत्सव मनाने की अपील की है।
पीएम मोदी ने किया शोक व्यक्त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जैन मुनि के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि जैन मुनि तरुण सागर के निधन का समाचार सुन गहरा दुख पहुंचा। हम उन्हें हमेशा उनके प्रवचनों और समाज के प्रति उनके योगदान के लिए याद करेंगे। मेरी संवेदनाएं जैन समुदाय और उनके अनगिनत शिष्यों के साथ है।
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