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युद्ध नहीं वार्ता ही विकल्प भारत से वार्ता चाहता है पाकिस्तान

भारत-पाकिस्तान के बीच बंद पड़ी बातचीत को फिर से शुरू करने के लिए इमरान खान ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर दोबारा बातचीत शुरू करने की अपील की थी, जिसे भारत ने स्वीकार भी कर लिया था इसी के तहत न्यूयॉर्क में होने वाली यूएन महासभा के दौरान दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत होनी थी। लेकिन पाकिस्तान की ओर से कश्मीर में हो रहे आतंकी हमलों को लेकर भारत ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान से बातचीत करने से इंकार कर दिया।
यूएन महासभा में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान का चेहरा बेनकाब करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा की पाकिस्तान अपनी जमीन पर आतंकवादियों को पाल रहा है और भारत के खिलाफ उनका इस्तेमाल कर रहा है भारत द्वारा पाकिस्तान से बातचीत से इनकार के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मीडिया में दिए एक इंटरव्यू में कहा कि भारत के साथ बातचीत ही एकमात्र रास्ता है कुरैशी ने कहा यह भारत पर निर्भर करता है कि वह है पड़ोसी से कैसे संबंध चाहता है।

बीते दिनों पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत को लेकर तीखी टिप्पणी की थी इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा थाउन्होंने कहा था कि शांति वार्ता बहाली कि मेरी पहल पर भारत के अहंकारी और नकारात्मक जवाब से निराश हूं उन्होंने कहा कि मैं अपनी जिंदगी में बड़े ओहदों पर बैठे ऐसे कुछ लोगों से मिला हूं जिनके पास बड़ी तस्वीर देखने का नजरिया नहीं हैइमरान ने कहा कि वह वार्ता के जरिए शांति चाहते हैं मगर भारत इस वार्ता से इंकार कर जनता को राहत नहीं देना चाहता। 

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